यूपी की कैराना समेत चार लोकसभा और 10 विधानसभा उपचुनाव का ऐलान, मतदान 28 मई को
उत्तर प्रदेश के कैराना के साथ ही महाराष्ट्र की भंडारा गोंडिया और पलघर लोकसभा, नागालैंड की नागालैंड लोकसभा उपचुनाव का भी ऐलान।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश के कैराना के साथ ही महाराष्ट्र की भंडारा गोंडिया और पलघर लोकसभा, नागालैंड की नागालैंड लोकसभा उपचुनाव का भी ऐलान किया है। वहीं नूरपुर विधानसभा के अलावा बिहार की जोकीहाट, झारखंड की गोमिया, सिल्ली, केरल की चेंगनूर, महाराष्ट्र की पालुस कादेगांव, मेघालय की अंपाती, पंजाब की शाहकोट, उत्तराखंड की थराली और पश्चिम बंगाल की महेशताला विधानसभा के उपचुनाव भी साथ होंगे।
चुनाव आयोग ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश की कैराना सीट समेत लोकसभा की चार सीटों पर उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित कर दिया। इसके अतिरिक्त विभिन्न राज्यों की दस विधानसभा सीटों पर भी उपचुनाव होगा। इनमें उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले की नूरपुर सीट और बिहार की जोकीहाट सीट भी शामिल हैं। सभी सीटों पर 28 मई को मतदान होगा। मतगणना 31 मई को होगी। लोकसभा उपचुनाव महाराष्ट्र में भंडारा-गोंदिया और पालघर, कैराना तथा नगालैंड की एक सीट पर होगा।
2017 में भंडारा-गोंदिया से भाजपा सांसद नाना पटोले के इस्तीफे से यह सीट खाली हुई थी। पटोले भाजपा छोड़कर कांग्रेस में चले गए हैं। जबकि पालघर सीट भाजपा सांसद चिंतामणि वांग्या के निधन से खाली हुई। उत्तर प्रदेश की कैराना सीट से भाजपा सांसद हुकुम सिंह का इसी साल फरवरी में देहावसान हो गया था। नगालैंड सीट नेफ्यू रियो के इस्तीफे से खाली हुई है। वह राज्य के मुख्यमंत्री बन गए हैं। चुनाव की अधिसूचना तीन मई को जारी होगी।
जबकि उत्तर प्रदेश की नूरपुर के अलावा बिहार की जोकीहाट, झारखंड की गोमिया, सिल्ली, केरल की चेंगनूर, महाराष्ट्र की पालुस कादेगांव, मेघालय की अंपाती, पंजाब की शाहकोट, उत्तराखंड की थराली और पश्चिम बंगाल की महेशताला विधानसभा सीटों पर भी 28 मई को ही मत पड़ेंगे। उत्तर प्रदेश में हाल में हुए उपचुनाव में भाजपा के कब्जे वाली गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटें खोने के बाद कैराना को लेकर सत्तारूढ़ दल के लिए बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है। विपक्ष जहां फिर से एकजुटता का प्रदर्शन करना चाहेगा तो भाजपा को उससे निपटने के लिए नया दांव चलना होगा।
चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश के कैराना लोकसभा और बिजनौर की नूरपुर विधानसभा में होने वाले उपचुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। दोनों जगहों पर 28 मई को मतदान होना तय हुआ है। वहीं 31 मई को चुनाव के नतीजे आएंगे।
दरअसल कैराना से भाजपा सांसद हुकुम सिंह और नूरपुर से विधायक लोकेंद्र सिंह का निधन हो गया था, जिसके चलते ये दोनों सीटें खाली पड़ी हैं। गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में हार के बाद बीजेपी यहां अपनी दोनों सीटों पर साख बचाने की कोशिश कर रही है।
बता दें कि हुकुम सिंह के सांसद रहते कुछ समय पहले कैराना में पलायन का मुद्दा उठा था, जिसके बाद उत्तर प्रदेश में राजनीति गरमा गयी थी। वहीं समाजवादी पार्टी ने भी इस चुनाव में एड़ी चोटी का जोर लगा रखा है। वह अलग बात है कि इस उपचुनाव में सपा को गोरखपुर और फूलपुर की तरह बसपा का साथ मिलने की उम्मीद नही है। बसपा ने ये साफ नही किया है कि इस चुनाव में पार्टी हिस्सा लेगी या नही।
चुनाव आयोग के अनुसार इन सभी सीटों पर नामांकन की आखिरी तारीख 10 मई रखी गई है, इसके बाद सोमवार 28 मई को मतदान होगा और 31 मई को मतगणना की जाएगी।