राबर्ट वाड्रा के खिलाफ ED की बड़ी कार्रवाई, 4.43 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त
फर्जी नामों पर आवंटित 1375 बीघा जमीन को बाद में विभिन्न कंपनियों को बेच दिया गया।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। बीकानेर जमीन घोटाले में राबर्ट वाड्रा के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए ईडी ने 4.43 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है। ईडी का कहना है कि इस घोटाले से वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हास्पीटलिटी को इतने करोड़ का लाभ हुआ था। घोटाले से हुई इसी लाभ को ईडी ने मनी लांड्रिंग रोकथाम कानून के तहत जब्त किया है।
दरअसल बीकानेर में महाजन फायरिंग रेंज के निर्माण के दौरान विस्थापितों के लिए निर्धारित जमीन को कई बिचौलियों ने फर्जी नामों पर आवंटित करा लिया था। फर्जी नामों पर आवंटित 1375 बीघा जमीन को बाद में विभिन्न कंपनियों को बेच दिया गया। इनमें राबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हास्पीटलिटी ने 275 बीघा जमीन मात्र 72 लाख रुपये में खरीद ली थी। जांच में यह भी पता चला कि विस्थापितों के लिए निर्धारित जमीन को फर्जी नामों पर आवंटित कराने में वाड्रा की कंपनी के अधिकृत प्रतिनिधि महेश नागर की अहम भूमिका थी। बाद में इस जमीन को 5.15 करोड़ रुपये में स्काईलाइट हास्पीटलिटी ने एलीजनी फिनलीज नाम की कंपनी को बेच दिया। इस तरह स्काईलाइट हास्पीटलिटी को 4.43 करोड़ का लाभ हुआ।
इसके साथ ही वाड्रा से जुड़े चार लोगों को 18.59 लाख रुपये की भी आमदनी हुई थी। ईडी ने दिल्ली के सुकदेव विहार स्थित स्काईलाइट हास्पीटलिटी की इतनी की संपत्ति के साथ ही अन्य चारों से 18.59 करोड़ की चल संपत्ति भी को जब्त कर लिया है। लेकिन ईडी ने यह नहीं बताया कि किन चार लोगों की संपत्ति जब्त की गई है।
ध्यान देने की बात है कि सोमवार और मंगलवार को भी ईडी ने जयपुर में राबर्ट वाड्रा और उनकी मां से बीकानेर जमीन घोटाले के बारे में विस्तार से पूछताछ की थी। लेकिन वाड्रा फर्जीे तरीके से हासिल इस जमीन को सस्ते में खरीदने और उसे कई गुना ज्यादा कीमत पर कुछ महीने बाद ही बेच कर करोड़ों की कमाई करने के बारे में संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाए। वैसे ईडी इस मामले में पहले ही दूसरे आरोपियों की 1.82 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर चुका है।