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अरुणाचल प्रदेश में भड़की हिंसा, प्रदर्शनकारियों ने डिप्टी सीएम के आवास और पुलिस थाने में लगाई आग

PRC के विरोध में बुलाई गई हड़ताल के दौरान हिंसा भड़क गई है। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस थाने में आग लगा दी है। इस दौरान डिप्टी सीएम चौना मेन के निजी घर में भी तोड़फोड़ की गई है।

By TaniskEdited By: Published: Sun, 24 Feb 2019 03:31 PM (IST)Updated: Sun, 24 Feb 2019 05:07 PM (IST)
अरुणाचल प्रदेश में भड़की हिंसा, प्रदर्शनकारियों ने डिप्टी सीएम के आवास और पुलिस थाने में लगाई आग
अरुणाचल प्रदेश में भड़की हिंसा, प्रदर्शनकारियों ने डिप्टी सीएम के आवास और पुलिस थाने में लगाई आग

इटानगर, प्रेट्र। गैर-अरुणाचल प्रदेश वासियों को स्थायी निवास प्रमाण पत्र (PRC) देने की सिफारिश के विरोध को लेकर स्टूडेंट और सिविल सोसाइटी ऑर्गनाइजेशन द्वारा बुलाई गई हड़ताल के दौरान हिंसा भड़क गई है। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस थाने में आग लगा दी है। इस दौरान डिप्टी सीएम चौना मेन के निजी घर में भी तोड़फोड़ की गई है। हालात को देखते हुए चौना मेन को ईटानगर से नामासाई जिले में शिफ्ट किया गया है। जानकारी के अनुसार यहां कानून व्यवस्था बहाल करने के लिए आईटीबीपी की छह टुकड़ियां तैनात कर दी गई हैं।

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बता दें कि इससे पहले प्रदर्शनकारियों पर हुई पुलिस फायरिंग में एक की मौत हो गई और अन्य कई घायल हो गए थे। सरकार द्वारा नियुक्त संयुक्त उच्चाधिकार समिति ने यह सिफारिश की है। इटानगर में शुक्रवार रात सिविल सचिवालय में घुसने का प्रयास कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने गोली चलाई। राज्य के कई संगठनों ने गुरुवार से शुक्रवार तक 48 घंटों के बंद का आह्वान किया था। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्य के लोगों से कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पुलिस फायरिंग में मारे गए व्यक्ति के लिए शोक व्यक्त किया है और राज्य में शांति व्यवस्था लौटने की उम्मीद जताई है।

राज्य की राजधानी में इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी गई है। तनाव की स्थिति देखते हुए सेना नाहारलागुन और इटानगर के बीच फ्लैग मार्च कर रही है। अरुणाचल प्रदेश के गृह मंत्री कुमार वाई ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है। पुलिस ने शनिवार को बताया कि शुक्रवार शाम प्रदर्शनकारियों ने 50 वाहनों में आग लगा दी और 100 से ज्यादा को क्षतिग्रस्त कर दिया। पथराव में 24 पुलिसकर्मियों सहित 35 लोग घायल हो गए।

प्रदर्शनकारियों ने ऑल अरुणाचल प्रदेश स्टूडेंट यूनियन और आल न्यइशी स्टूडेंट यूनियन के कार्यालयों को आग लगा दी। दोनों छात्र संगठनों ने समिति की सिफारिशों का समर्थन किया है। राज्य सरकार ने एक मई 2018 को समिति गठित की थी। समिति ने भागीदारों के साथ विचार विमर्श के बाद छह समुदायों को स्थायी निवास प्रमाण पत्र जारी करने की सिफारिश की है। ये समुदाय अरुणाचल प्रदेश के निवासी नहीं हैं लेकिन दशकों से नामसाइ और छांगलांग जिलों में रह रहे हैं। विरोध कर रहे संगठनों का कहना है कि सिफारिश मानी गई तो स्थानीय स्थायी निवासियों के अधिकारों पर विपरीत असर पड़ेगा।

राजनाथ सिंह ने की सीएम और राज्यपाल से बात
स्थायी निवास प्रमाणपत्र पंक्ति पर अरुणाचल प्रदेश में हिंसा मामले में अब केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू और राज्यपाल बीडी मिश्रा से बात की है। सुरक्षाबलों ने मुख्यमंत्री आवास के सामने से उपद्रवी भीड़ को खदेड़ दिया है। गृहमंत्रालय से आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं और पूरी स्थिति पर नजर रखी जा रही है।

विधानसभा में पेश नहीं हुई सिफारिश
संयुक्त उच्चाधिकार समिति की सिफारिश शनिवार को विधानसभा में पेश की जानी थी। लेकिन विरोध प्रदर्शन को देखते हुए सरकार ने इसे नहीं पेश करने का फैसला लिया। विधानसभा अध्यक्ष शनिवार को पूरे दिन के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी।


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