सिंघवी ने साधा सरकार पर निशाना, कहा- डीएनए प्रोफाइलिंग बिल से होगा निजता का उल्लंघन
सिंघवी ने सरकार पर बिग ब्रदर सिंड्रोम से ग्रस्त होने का आरोप लगाते हुए ऐसे उदाहरण दिए, जहां सरकार ने नागरिकों की निजता में घुसपैठ की है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। कांग्रेस ने सरकार पर नागरिकों की '360 डिग्री प्रोफाइलिंग' करने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि डीएनए प्रोफाइलिंग बिल से लोगों की निजता और स्वायत्तता का उल्लंघन होगा। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने सरकार पर बार-बार 'दखल देने का व्यवहार' प्रदर्शित करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा नेतृत्व वाली सरकार चाहती है कि भारत उसके हिसाब से परिभाषित हो। उन्होंने सरकार पर नागरिकों की निगरानी करने का भी आरोप लगाया।
केंद्र पर आधार को जासूसी का डिवाइस बना देने का आरोप
सिंघवी ने सरकार पर 'बिग ब्रदर सिंड्रोम' से ग्रस्त होने का आरोप लगाते हुए ऐसे उदाहरण दिए, जहां सरकार ने नागरिकों की निजता में घुसपैठ की है। उन्होंने कहा कि आधार का दुरुपयोग इसका उदाहरण है। हम एक विशुद्ध रूप से वैध ढांचा लेकर आए थे। लेकिन, इस सरकार ने उसे बिगाड़ कर जासूसी का डिवाइस बना दिया।' कैंब्रिज एनालिटिका जैसे 'दागी फर्मो' के जरिये डाटा एकत्र करना लोगों की निजता पर हमले का अन्य उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने राज्यसभा में बिल पेश किया, लेकिन विपक्ष के व्यापक विरोध को भांपते हुए वापस ले लिया। उसके बाद देर रात लोकसभा में पेश कर दिया। यह साफ तौर पर ताकत अजमाने की कोशिश थी। उन्होंने आंकड़ों के संरक्षण पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि डाटा संरक्षण का कोई प्रावधान नहीं किया गया है। इस बात का भी कोई प्रावधान नहीं है कि सरकार संवेदनशील आंकड़ों को कब तक स्टोर रखेगी।
क्या है डीएनए प्रोफाइलिंग बिल में
डीएनए प्रोफाइलिंग बिल में कहा गया है कि डीएनए डाटा का राष्ट्रीय तथा क्षेत्रीय बैंक बनाया जाएगा। इसमें पीडि़तों, आरोपितों, संदिग्धों, विचाराधीन बंदियों, गुमशुदा व्यक्तियों तथा अज्ञात व्यक्तियों के शवों की पहचान के लिए एक राष्ट्रीय डाटाबेस तैयार किया जाएगा।