जानिए- दिग्विजय सिंह ने क्यों कहा, नेहरू के पैरों की धूल के बराबर भी नहीं हैं शिवराज सिंह चौहान
भारतीय जनता पार्टी के नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू पर विवादित बयान दिया।
नई दिल्ली, एएनआइ। भारतीय जनता पार्टी के नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू पर विवादित बयान दिया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने अब उन पर पलटवार किया है। दिग्विजय का कहना है कि शिवराज, नेहरू के पैरों की धूल भी नहीं हैं। इसके अलावा दिग्विजय ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेछ 370 के प्रावधान हटाए जाने पर भी मोदी सरकार को घेरा है। हालांकि, अनुच्छेद 370 हटने के बाद दिनों दिन कश्मीर में स्थितियां सामान्य हो रही हैं। ईद के दिन माहौल काफी हद तक सामान्य नजर आ रहा है। इस मौके पर राज्य में सुरक्षा के मद्देनजर कड़े इंतजाम किए गए हैं। लोगों को कोई दिक्कत न हो इसके लिए प्रशासन ने खास इंतजाम किए हैं।
दरअसल, शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में जवाहरलाल नेहरू को लेकर एक विवादित बयान बयान दिया। शिवराज ने जवाहरलाल नेहरू को अपराधी बताया था। शिवराज सिंह चौहान ने पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा, 'जब भारतीय सेना कश्मीर से पाकिस्तानी कबाइलियों का पीछा कर रही थी, तो उन्होंने (जवाहरलाल नेहरू) युद्ध विराम की घोषणा कर दी। कश्मीर के एक-तिहाई हिस्से पर पाक का कब्जा है। अगर कुछ और दिनों के लिए युद्धविराम नहीं होता, तो पूरा कश्मीर हमारा होता।'
शिवराज सिंह चौहान ने आगे कहा, 'जवाहरलाल नेहरू का दूसरा अपराध 370 है। एक देश में दो निशान, दो विधान, दो प्रधान, यह एक देश के साथ अन्याय नहीं, बल्कि उसके खिलाफ अपराध है।'
शिवराज सिंह चौहान पर पलटवार करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘नेहरू के पैरों की धूल भी नहीं हैं शिवराज। शर्म आनी चाहिए उनको। देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू, जिन्हें आधुनिक भारत का निर्माता, कहा जाता है..जिन्होंने आज़ादी के लिए संघर्ष किया, जिनके किए गए कार्य व देशहित में उनका योगदान अविस्मरणीय है। उनको मृत्यु के 55 वर्ष पश्चात आज अपराधी कह कर संबोधित करना बेहद आपत्तिजनक व निंदनीय है।' वैसे, बता दें कि भाजपा कश्मीर में अनुच्छेद 370 के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराती रही है। भाजपा शुरू से इसके विरोध में है और हर बार अपने घोषणापत्र में इसको हटाए जाने का वादा करती रही है।
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