वायरल वीडियो मामला: हमेशा कांग्रेसी नेताओं की छवि खराब करने की कोशिश करती है BJP - कमलनाथ
मुख्यमंत्री शिवराज चौहान को लेकर कथित तौर पर फर्जी वीडियो शेयर करने के मामले में कमलनाथ ने कहा कि भाजपा हमेशा कांग्रेस के नेताओं की छवि बिगाड़ने की कोशिश करती है।
भोपाल, एजेंसियांं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लेकर कथित तौर पर एक फर्जी वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करने के मामले में दिग्विजय सिंह पर केस दर्ज होने के बाद राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि भाजपा हमेशा डर्टी पॉलिटिक्स करके कांग्रेस के नेताओं की छवि बिगाड़ने की कोशिश करती है। प्रकरण की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह पर वायरल वीडियो को लेकर गलत शिकायत कर रहे हैं।
कमलनाथ ने आगे कहा कि भाजपा सरकार प्रदेश में निरंतर कांग्रेस के नेताओ पर दमनकारी कार्रवाई कर अपनी विद्वेष व दुर्भावना वाली सोच को प्रदर्शित कर रही है। सरकारें आती जाती रहती है लेकिन भाजपा प्रदेश में एक गलत परंपरा को जन्म दे रही है। यदी वीडियो एडिटेड है तो ऐसा करने वाले के खिलाऱ कार्रवाई होनी चाहिए। दिग्विजय सिंह पर कार्रवाई समझ के परे है ?
दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर हमला बोला
इससे पहले समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने कहा ,'बुधनी क्षेत्र के आदिवासियों को शिवराज सिंह चौहान के नजदीकी लोगों ने 4.5 करोड़ ठगे हैं। उनके खिलाफ एफआइआर तक नहीं हुई। जब मैंने पत्र लिखकर ये कहा कि अगर इस पर कार्रवाई नहीं हुई तो मुझे मजबूरी में आकर आपके घर पर धरना देना होगा। इस बात से भाजपा तिलमिलाई हुई है और मेरे खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई है। मुझे इसमें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन इसमें ये भी जांच होनी चाहिए कि इसे किसने एडिट किया, इसका सोर्स क्या है?'
क्या है मामला
बता दें कि कथित फर्जी वीडियो शेयर करने के मामले में रविवार देर रात क्राइम ब्रांच ने दिग्विजय पर एफआइआर दर्ज किया। भाजपा नेताओं ने इसे लेकर शिकायत दर्ज कराई। दर्ज शिकायत में जिक्र है कि रविवार दोपहर एक बजकर 50 मिनट पर दिग्विजय ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया। यह वीडियो 12 जनवरी 2020 को शिवराज सिंह के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट गया था। पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार के कार्यकाल के दौरान आबकारी नीति में गांवों में शराब की दुकान खोलने को लेकर रूपरेखा तैयार की जा रही थी। इस दौरान शिवराज सिंह ने इसके विरोध में टिप्पणी की थी। इसे लेकर एक वीडियो शिवराज के ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट किया गया था। इसी वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है।