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दिग्विजय सिंह बोले- कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके पिता माधवराव को दिया पर्याप्त सम्मान

25 विधायकों के इस्तीफे और तीन विधायकों की मृत्यु के बाद मध्यप्रदेश में 28 सीटों पर उपचुनाव होने हैं। कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला बोला है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने सिंधिया परिवार में बहुत मौके दिए।

By Nitin AroraEdited By: Published: Mon, 26 Oct 2020 11:07 AM (IST)Updated: Mon, 26 Oct 2020 11:07 AM (IST)
दिग्विजय सिंह बोले- कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके पिता माधवराव को दिया पर्याप्त सम्मान
कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके पिता माधवराव को दिया पर्याप्त सम्मान।

भोपाल, एएनआइ। कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य सिंधिया, जो अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में हैं, और उनके पिता माधवराव सिंधिया में पर्याप्त सम्मान और अवसर दिए हैं। सिंह ने एक लेख को लेकर ट्वीट किया, 'सिंधिया से भाजपा में कैसे व्यवहार किया जा रहा है? मैंने माधवराव जी सिंधिया के साथ मिलकर काम किया है। ज्योतिरादित्य जी की उनके पिता के साथ तुलना करना माधवराव के साथ अन्याय होगा। कांग्रेस ने माधवराव जी और ज्योतिरादित्य जी को बहुत सम्मान और अवसर दिया।'

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इस महीने की शुरुआत में कांग्रेस नेता प्रेमचंद गुड्डू ने ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके पिता माधवराव सिंधिया को 'गद्दार' कहा था, जो जाहिर तौर पर पक्ष बदलने के लिए उन पर कटाक्ष कर रहे थे। इंदौर की सांवेर सीट से चुनाव लड़ रहे गुड्डू ने 2018 के विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा में शामिल होने के लिए कांग्रेस छोड़ दी। लेकिन बाद में ज्योतिरादित्य सिंधिया के मार्च में भाजपा में शामिल हो जाने के बाद, वह कांग्रेस में वापस लौट आए।

गुड्डू ने एएनआई को बताया। जब माधवराव सिंधिया ने पार्टी छोड़ी, तो मैंने उनके खिलाफ अभियान चलाया। उन्होंने कहा कि मुझे गद्दारों के कारण कांग्रेस छोड़नी पड़ी। हर कोई जानता है कि मैं जब सांसद था। ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके परिवार का विश्वासघात करने का इतिहास है। रानी झांसी की हत्या से, हम उनका विरोध करते रहे हैं। 

कांग्रेस के एक प्रमुख चेहरे, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 11 मार्च को पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। कांग्रेस छोड़ने के सिंधिया के फैसले के बाद पार्टी के 22 विधायकों का इस्तीफा भी तुरंत आ गया, जहां बाद में वह भाजपा में शामिल हो गए। 

बता दें कि 25 विधायकों के इस्तीफे और तीन विधायकों की मृत्यु के बाद मध्यप्रदेश में 28 सीटों पर उपचुनाव होने हैं। 230 सदस्यीय विधानसभा में, भाजपा के वर्तमान में 107 विधायक और कांग्रेस 88 हैं। 4 निर्दलीय विधायक हैं, 2 बसपा से और एक अकेला समाजवादी पार्टी का विधायक है।


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