चुनाव हारने के बाद भी भोपाल में सक्रिय हैं दिग्गी राजा, विजन डॉक्यूमेंट को लेकर लोगों में जगा रहे अलख
23 मई को नतीजे घोषित होने के बाद एक दिन बाद ही दिग्विजय फिर मैदान में उतर गए और मायूस कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाते देखे गए। चुनाव के दौरान ही घोषित किया था कि भोपाल नहीं छोड़ूंगा।
भोपाल, जेएनएन। देशभर में चर्चित रही हाईप्रोफाइल भोपाल लोकसभा सीट से चुनाव हारने के बाद भी पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह राजधानी में डटे हुए हैं। चुनाव के दौरान उन्होंने एलान किया था कि वह भोपाल नहीं छोड़ेंगे। यही कारण है कि संसदीय क्षेत्र में वह लगातार सक्रिय हैं और अपने 'विजन डाक्यूमेंट" को जमीन पर उतारने व विभिन्न विभागों के बीच समन्वय बनाने में जुटे हैं। इसके साथ उन्होंने अब निकाय चुनाव की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। दिग्विजय के बंगले पर इन दिनों सुबह से रात तक सैकड़ों की संख्या में मुलाकातियों की भीड़ उमड़ रही है।
एनसीआर की तर्ज पर 'बीएमआर"
पिछले पखवाड़े 23 मई को नतीजे घोषित होने के बाद एक दिन बाद ही दिग्विजय फिर मैदान में उतर गए और मायूस कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाते देखे गए। उन्होंने चुनाव के दौरान ही घोषित किया था कि भोपाल नहीं छोड़ूंगा। हाल ही में दिग्विजय ने नेशनल कैपिटल रीजन (एनसीआर) की तर्ज पर भोपाल मेट्रोपोलिटन रीजन (बीएमआर) बनाने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ से एलान करा दिया।
इसके तहत भोपाल के आसपास सैटेलाइट टाउन विकसित करने की कार्ययोजना पर काम शुरू कराया जा रहा है। इस सप्ताह उन्होंने मामले से जुड़े सभी मंत्रियों और विधायकों को बुलाकर समन्वय के साथ इस योजना पर काम की जरूरत बताई। इनमें से एक प्रमुख नगरीय विकास एवं आवास विभाग दिग्विजय के पुत्र जयवर्धन सिंह के पास ही है।
सेटेलाइट टाउन और कॉरिडोर
बताया जाता है कि भोपाल के विकास की इस योजना के तहत भोपाल-रायसेन, भोपाल-विदिशा, भोपाल-सीहोर और भोपाल-औबेदुल्लागंज के बीच सेटेलाइट टाउन और कॉरिडोर विकसित किए जाएंगे। मुख्य सड़कों के किनारे एजुकेशन हब, लॉजिस्टिक हब, मेडिकल हब, एग्रीकल्चर हब और फिल्म सिटी हब बनाने की परिकल्पना को जमीन पर उतारने के लिए वह तेजी से जुट गए हैं। दिग्विजय पूरी तरह भोपाल संसदीय क्षेत्र में ही सक्रिय हैं।
हाल ही में उन्होंने राजधानी के कोचिंग क्लास संचालकों और छात्रों को बुलाकर भावी योजनाओं पर चर्चा की। गैर सरकारी संस्थाओं के संचालक, मठ-मंदिर व ट्रस्ट, नर्मदा परिक्रमा पथ और न्यास को लेकर भी अधिकारियों की बैठक बुलाकर कामकाज की समीक्षा कर दी। राजधानी के आसपास जलसंकट वाले क्षेत्रों आष्टा, सीहोर और बैरसिया में भी दिग्विजय फेरी लगा चुके हैं। उनकी पत्नी अमृता सिंह ने भी बुधवार को शहर के जलसंकट वाले क्षेत्रों का दौरा किया।
शुरू कराएंगे औबेदुल्ला खां हॉकी टूर्नामेंट
भोपाल की पहचान रहे औबेदुल्ला खां हॉकी टूर्नामेंट को पुन: शुरू कराने को लेकर भी उन्होंने प्रयास शुरू कर दिए हैं। इसका आयोजन ऐशबाग स्टेडियम अथवा स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) में कराएं, इसको लेकर चर्चा चल रही है। चुनाव के बाद आई पहली ईद पर तो सुबह साढ़े छह बजे से ईदगाह से जो बधाई देने का सिलसिला शुरू हुआ, वह पूरे शहर में रात 11 बजे तक चलता रहा।
इस दौरान शहर काजी, मुफ्ती, शहर के दोनों मुस्लिम विधायक और पार्षदों के घर भी वह मीठी सिवईयों के साथ बधाईयां देते रहे। इस दौरान कई जगह मुख्यमंत्री कमलनाथ, मंत्री पीसी शर्मा, विधायक और स्थानीय कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। दिग्विजय के करीबी बताते हैं कि पिछले एक सप्ताह से बंगले पर दिनभर मुलाकातियों की भीड़ उमड़ रही है।
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