दिग्विजय सिंह ने लगाया मध्य प्रदेश में राशन घोटाले का आरोप, कहा- एसटीएफ से कराएं जांच
पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा दिग्विजय सिंह ने कहा कि राशन वितरण नहीं होने की लगातार शिकायत मिल रही थी। इसके मद्देनजर कांग्रेस पदाधिकारी अरण श्रीवास्तव जयश्री हरिकरण रामभाई मेहर सहित अन्य पदाधिकारियों का दल बनाकर बैरसिया क्षेत्र में पड़ताल कराई गई।
भोपाल, राज्य ब्यूरो। पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने प्रदेश में राशन घोटाले का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के दौरान सार्वजनिक वितरण प्रणाली के हितग्राहियों को निशुल्क राशन देने की जो घोषणा हुई थी, वह जमीन पर नहीं उतरी है। इसमें बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है। भोपाल के बैरसिया क्षेत्र में ही हितग्राहियों को पूरा राशन नहीं मिला। जबकि, पोर्टल पर मात्रा बढ़ाकर दिखाई जा रही है। औबेदुल्लागंज में भी इसी तरह की गड़बड़ी सामने आई थी। शिवपुरी में भी बड़ा मामला सामने आ चुका है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से पूरे मामले की एसटीएफ गठित कर जांच कराने की मांग की है।
श्यामला हिल्स स्थित आवास पर मीडिया से चर्चा के दौरान राशन वितरण व्यवस्था में गड़बड़ी को लेकर प्रस्तुतीकरण हुआ। इसके बाद बैरसिया से आए नारायण सिंह अहिरवार, मदनलाल ने बताया कि हमें राशन लेने के लिए बार-बार बुलाया पर दिया नहीं गया। केरोसिन और शकर का वितरण ही नहीं हुआ। गेहूं भी पूरी मात्रा में नहीं दिया।
दिग्विजय ने कहा कि राशन वितरण नहीं होने की लगातार शिकायत मिल रही थी। इसके मद्देनजर कांग्रेस पदाधिकारी अरण श्रीवास्तव, जयश्री हरिकरण, रामभाई मेहर सहित अन्य पदाधिकारियों का दल बनाकर बैरसिया क्षेत्र में पड़ताल कराई गई। इसमें पता लगा कि पोर्टल पर जो जानकारी दर्ज है, वह सही नहीं है। कुछ ग्रामीणों को राशन नहीं मिल रहा है तो कुछ को आधा-अधूरा दिया जा रहा है।
इसी तरह का मामला औबेदुल्लागंज में भी सामने आया था। इसकी जांच कराने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र भी लिखा था पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने सरकार से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना और सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत वितरित होने वाले राशन में गड़बड़ी की जांच एसटीएफ गठित करके कराने की मांग की है। यह भी कहा कि इस मामले को राज्यसभा में उठाएंगे। इसके अलावा खाद-बीज से संबंधित गड़बड़ियों की जानकारी जल्द ही देंगे।