आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती से विशाखापत्तनम करने पर टला सरकार का फैसला
आंध्र प्रदेश की कैबिनेट में शुक्रवार को राजधानी बदलने के मुद्दे पर फैसला नहीं हो सका।
अमरावती, एजेंसियां। आंध्र प्रदेश की कैबिनेट में शुक्रवार को राजधानी बदलने के मुद्दे पर फैसला नहीं हो सका। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने अपने मंत्रिमंडल के साथियों से कहा कि इस मुद्दे पर अभी कोई जल्दी नहीं है, क्योंकि इससे अशांति पैदा हो सकती है। उधर, सरकार के इस प्रस्ताव के खिलाफ अमरावती में 29 गांवों के किसानों ने प्रदर्शन किया। वेलगपुडी स्थित राज्य सचिवालय के पास किसानों को रोकने की कोशिश हुई।
इस दौरान लोगों ने पथराव कर दिया, जिसमें तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। किसान जिस गांव में धरना दे रहे थे, वहां तेलुगु समाचार चैनल के पत्रकार पर भी कुछ लोगों ने हमला कर दिया। इसी गांव में वर्ष 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य की राजधानी की आधारशिला रखी थी।
कैबिनेट सूत्रों का कहना है कि सरकार इस मुद्दे पर कोई फैसला लेने से पहले विशेषज्ञ समिति द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट का अध्ययन करेगी। साथ ही जल्द ही सौंपी जाने वाली अंतरराष्ट्रीय परामर्शी की रिपोर्ट पर भी गौर करेगी। अंतरराष्ट्रीय परामर्शी बोस्टन कंसल्टेंसी सर्विसेज ने मुख्यमंत्री को अपनी अंतरिम रिपोर्ट सौंप भी दी है।
उल्लेखनीय है कि 17 दिसंबर को रेड्डी ने इस आशय के संकेत दिए थे कि आंध्र प्रदेश की तीन राजधानियां हो सकती हैं। अमरावती विधायिका की राजधानी होगी, जबकि विशाखापत्तनम कार्यपालिका की। कुरनूल को न्यायपालिका की राजधानी बनाया जाएगा।
क्या है पूरा मामला?
आंध्र प्रदेश में तीन राजधानियां होने की बात कही जा रही है। आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी ने विधानसभा में इसकी ओर इशारा किया था। आंध्र प्रदेश की राजधानियों में करनूल, विशाखापट्टनम और अमरावती शामिल करने की बात मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने कही थी।सके तहत आंध्र प्रदेश सरकार इन तीनों अलग-अलग राजधानियों से राज्य की विधानसभा और न्याय प्रक्रिया चलाएगी। फिलहाल तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की संयुक्त राजधानी हैदराबाद है।
इससे पहले एन चंद्रबाबू नायडू की सरकार ने अपने कार्यकाल में अमरावती को आंध्र प्रदेश की नई राजधानी के तौर विकसित करने की शुरुआत की थी। लेकिन जगन जब सत्ता में आए तो अमरावती में चल रहे प्रोजेक्ट्स पर रोक लगा दी थी। अब जगन सरकार करनूल, विशाखापट्टनम और अमरावती को आंध्र प्रदेश की राजधानी बनाने की बात कह रही है।