Rajasthan में दलित बच्चे की मौत के बाद सियासत गर्म, डैमेज कंट्रोल में जुटे सीएम गहलोत ने चार मंत्रियों को पीड़ित के गांव भेजा
Rajasthan News डैमेज कंट्रोल में जुटे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को दलित समाज के तीन केबिनेट मंत्रियों ममता भूपेश गोविंद राम मेघवाल और भजन लाल जाटव को सुराणा गांव भेजा। तीनों मंत्रियों ने बच्चे के स्वजनों से मुलाकात कर उन्हे सांत्वना दी।
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। राजस्थान में जालौर जिले के निजी स्कूल से एक बड़ा मामला सामने आया है। सुराणा गांव के शिक्षक की पिटाई से नौ साल के दलित बच्चे इंद्र की मौत हो गई है। मामले की निष्पक्ष जांच और मृतक बच्चे के स्वजनों को 50 लाख रूपये का मुआवजे की मांग की गई, जिसे लेकर दलित समाज के लोगों ने विभिन्न जिलों में प्रदर्शन किया। बच्चे की मौत के बाद हो रही राजनीति से कांग्रेस को अपने वोट बैंक का नुकसान होता हुआ नजर आ रहा है।
ऐसे में डैमेज कंट्रोल में जुटे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को दलित समाज के तीन केबिनेट मंत्रियों ममता भूपेश, गोविंद राम मेघवाल और भजन लाल जाटव को सुराणा गांव भेजा। तीनों मंत्रियों ने बच्चे के स्वजनों से मुलाकात कर उन्हे सांत्वना दी। ममता ने बच्चे की मां को गले लगाकर कहा, मैं भी दलित हूं। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी पीड़ित परिवार के घर पहुंचे और 20 लाख रूपये की सहायता पार्टी की ओर से देने की बात कही।
चार मंत्रियों और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष के बाद पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट पीडित परिवार से मिलने पहुंचे । पायलट ने अपनी ही सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, हम जिम्मेदारी से बच नहीं सकते। दलितों की जान-माल की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है। बच्चे के शव को रात के अंधेरे में दफनाया गया। पीड़ित परिवार पर लाठीचार्ज किया गया। जिम्मेदार पुलिस उप अधीक्षक और उपखंड अधिकारी को अब तक नहीं हटाया गया। दलित भय के माहौल में है।
पायलट के साथ तीन कांग्रेस विधायक और वन मंत्री हेमाराम चौधरी भी थे। पायलट ने कहा कि पूर्व में मूछ रखने पर दलित को मार दिया गया था। दलितों में विश्वास कायम करना पड़ेगा । इस बीच गुजरात से दलित समाज के करीब सौ लोग सुराणा गांव पहुंचे हैं।
इस्तीफों का दौर जारी
बच्चे की मौत के विरोध में श्रीगंगानगर जिला परिषद के सदस्य दूलाराम मेघवाल,उदयपुर जिला परिषद के सदस्य विनोद मेघवाल,महुआ पंचायत समिति की सदस्य इंद्र देवी और झालावाड़ नगर परिषद की पार्षद प्रियंका मीणा ने दलित समाज पर अत्याचार का आरोप लगाते हुए मंगलवार को इस्तीफा दिया है। यह सभी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते थे। सोमवार को इस्तीफा देने वाले कांग्रेस विधायक पानाचंद मेघवाल ने मंगलवार को सुराणा गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार को सांत्वना दी ।
विरोध प्रदर्शन
भाजपा के राज्यसभा सदस्य किरोड़ी लाल मीणा और उनकी पत्नी गोलमा देवी पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे थे। लेकिन पुलिस ने मीणा को जालौर जिले की सीमा पर ही रोक लिया । बाद में गोलमा देवी ने पीड़ित परिवार से मिलकर सांत्वना देते हुए एक लाख की सहायता राशि दी। बसपा के प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की।
बसपा ने मंगलवार को जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन कर कलक्टरों को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। पीड़ित परिवार को 50 लाख रूपये की सहायता और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग को लेकर भीम सेना के प्रदेश अध्यक्ष रवि मेघवाल,बनवारी लाल,लक्ष्मीकांत एवं भागचंद जयपुर में पानी की टंकी पर चढ़ गए। मांग पूरी होने तक उन्होंने टंकी से नीचे उतरने से इन्कार कर दिया। प्रशासन उनकी समझाइश में जुटा है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने प्रदेश में कानून का इकबाल खत्म हो गया। जब से गहलोत सीएम बनें है दलित समाज में उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ी है। राजस्थान मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष जी.के.व्यास ने मंगलवार को गांव में पहुंचकर पीड़ित परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि सरकार से रिपोर्ट मांगी गई है। आयोग कानूनी मदद करेगा ।
सर्व समाज का धरना
सुराणा गांव में सर्व समाज की तरफ से धरना दिया जा रहा है। धरने पर बैठे लोगों ने कहा कि मटकी से पानी पीने के कारण छात्र की पिटाई और फिर मौत को लेकर लगाया जा रहा आरोप गलत है। ऐसा कुछ नहीं हुआ। शिक्षक और बच्चे एक ही टंकी से पानी पीते हैं। बच्चे के पिता ने पुलिस में दर्ज करवाई रिपोर्ट में कहा है कि 20 जुलाई को निजी स्कूल के शिक्षक छैल सिंह ने खुद की मटकी में से पानी पीने के कारण इंद्र की पिटाई की थी,जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया । इलाज के दौरान अहमदाबाद में शनिवार को उसकी मौत हो गई थी ।