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डाटा शेयरिंग मामला: 'नमो एप' पर राहुल गांधी के आरोपों को उनकी ही भाषा में भाजपा ने दिया जवाब

PMO का पलटवार, राहुल और कांग्रेस को तकनीक की जानकारी नहीं..

By Srishti VermaEdited By: Published: Mon, 26 Mar 2018 10:18 AM (IST)Updated: Mon, 26 Mar 2018 04:15 PM (IST)
डाटा शेयरिंग मामला: 'नमो एप' पर राहुल गांधी के आरोपों को उनकी ही भाषा में भाजपा ने दिया जवाब
डाटा शेयरिंग मामला: 'नमो एप' पर राहुल गांधी के आरोपों को उनकी ही भाषा में भाजपा ने दिया जवाब

नई दिल्ली (ब्यूरो)। डेटा लीक मामले में कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। सोशल मीडिया पर दोनों पार्टियां एक दूसरे की गलत साबित करने में लगे हुए हैं। फेसबुक इस्तेमाल करने वाले लोगों की डेटा चोरी को लेकर भारत में गर्म राजनीतिक पारे के बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री के मोबाइल एप 'नमो' पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि मोदी अपने अमेरिकी दोस्त कंपनियों के साथ डेटा साझा कर रहे हैं। इस आरोप पर प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने पलटवार किया है। पीएमओ का कहना है कि राहुल गांधी और कांग्रेस को तकनीक की जानकारी नहीं है। भाजपा ने राहुल गांधी के आरोपों का जवाब उन्हीं की भाषा में देते हुए कहा है कि कांग्रेस की बेवसाइट से यूजर्स का निजी डाटा सिंगापुर के साथ शेयर किया जाता है।

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फ्रांस की आईटी कंपनी के ट्वीट को राहुल ने बनाया आधार

राहुल ने पहले ट्विटर पर लिखा कि, 'मेरा नाम नरेंद्र मोदी है। मैं भारत का प्रधानमंत्री हूं। जब आप मेरे आधिकारिक एप को 'साइन अप' करते हैं तो मैं आपका सारा डेटा अमेरिकी कंपनियों में अपने दोस्तों को दे देता हूं।' इसके साथ राहुल ने एक स्टोरी भी शेयर की है जिसमें फ्रांस के एक ट्विटर यूजर के हवाले से किए गए ट्वीट का जिक्र है। इसमें दावा किया गया है कि जब नरेंद्र मोदी एप को डाउनलोड किया जाता है तो ऐसे लोगों की सारी जानकारी उनसे पूछे बगैर एक दूसरी साइट को चली जाती है। राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में मीडिया पर भी सवाल उठाते हुए कहा है कि मुख्यधारा के मीडिया को धन्यवाद जो इस मुद्दे को छिपाने का काम कर रहे हैं। 

विशेष परिस्थितियों में ही मांगते हैं जानकारी : पीएमओ

राहुल के इस आरोप पर पीएमओ ने कहा है कि राहुल गांधी लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ऐसा कर रहे हैं। पीएमओ ने बताया कि नरेंद्र मोदी एप अलग किस्म की एप है जो किसी भी यूजर को 'गेस्ट मोड' में आने की अनुमति भी देती है। ऐसे में एप के इस्तेमाल पर किसी प्रकार की अनुमति या डेटा देने की जरूरत नहीं होती। पीएमओ ने यह भी बताया कि विशेष परिस्थितियों में जानकारी मांगी जाती है। उदाहरणार्थ, अगर कोई सेल्फी कैंपेन का हिस्सा बनना चाहता है तो उसके लिए फोटो शेयर करने की जरूरत होती है। साथ ही अगर कोई व्यक्ति अपनी ईमेल आईडी और जन्मतिथि की जानकारी देता है तो उसे प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से बधाई संदेश भेजा जाता है। एप के हर अलग फंक्शन से संबंधित जु़ड़ी जानकारी ही मांगी जाती है। जबकि एप शुरू होने पर कोई जानकारी नहीं मांगी जाती।

राहुल की ही भाषा में दिया जवाब

भाजपा के राष्ट्रीय आईटी संयोजक अमित मालवीय ने कहा था कि नरेंद्र मोदी ऐप के द्वारा साझा की जाने वाली ज्यादातर जानकारियां वैसे ही सार्वजनिक हैं और इस सॉफ्टवेयर के द्वारा किसी भी तरह से निजी या संवदेनशील डेटा नहीं लिया जाता।'

उन्होंने कहा था, ' ऐप यूजर की जानकारी एनक्रिप्टेड मोड में होती है।' मालवीय ने खत्री को इस बात के लिए धन्यवाद दिया कि उसने यह स्वीकार किया है कि डेवलपर ने सुरक्षा का काफी ध्यान रखा है। उन्होंने कहा कि इसके बाद ऐप में सुरक्षा संबंधी फीचर और बढ़ा दिए गए हैं। मालवीय ने कांग्रेस अध्यक्ष के आरोपों को उन्ही की भाषा में ट्विटर पर जवाब दे डाला। 

 

फ्रांस के यूजर के ट्विट पर भी दी सफाई

पीएमओ ने उस ट्वीट पर भी सफाई दी है, जिसमें उक्त आरोप लगाया गया था। पीएमओ ने कहा कि फ्रांस के ट्विटर यूजर ने जो बात कही है, वह उस डेटा के बारे में है जो यूजर अपनी डिवाइस पर खुद देते हैं। ऐसे में यह सुरक्षा में सेंध नहीं है।

कांग्रेस की वेबसाइट का स्क्रीनशॉट किया शेयर

इसके अलावा अमित मालवीय ने कांग्रेस की वेबसाइट के आधार भी कुछ आरोप लगाए हैं। उन्होंने कांग्रेस वेबसाइट Inc.in के कुछ स्क्रीनशॉट शेयर कर बताया है कि इसमें बताया गया है कि निजी जानकारी किन्हें साझा की जाती हैं। उस जानकारी का भी स्क्रीनशॉट शेयर किया गया है। कांग्रेस वेबसाइट के जरिए अमित मालवीय ने जो स्क्रीनशॉट हाइलाइट किया है और उसमें लिखा है, 'वेबसाइट के बेहतर इस्तेमाल के लिए कांग्रेस आपकी जानकारी कंसल्टेंट्स, वेंडर्स और दूसरे सर्विस दाता या वॉलिंयटर्स को दे सकती है, जो हमारे साथ काम करते हैं या जिन्हें हमारे साथ काम करने के लिए आपकी जानकारी की जरूरत होती है।'

कांग्रेस का आया जवाब

अमित मालवीय के इस आरोप पर कांग्रेस ने सफाई दी है. कांग्रेस की सोशल मीडिया प्रमुख दिव्या स्पंदना राम्या ने कहा है कि हम कांग्रेस ऐप के जरिए कोई भी निजी जानकारी नहीं मांगते हैं और ये बहुत पहले खत्म कर दिया गया है. राम्या ने दावा किया कि इसका इस्तेमाल सिर्फ सोशल मीडिया अपडेट्स के लिए जाता था. उन्होंने कहा, 'हम सदस्यता के लिए डाटा इकट्ठा करते हैं और ऐसा हमारी वेबसाइट Inc.in के जरिए किया जाता है, जो पूरी तरह सुरक्षित है.'

राहुल से इससे ज्यादा की उम्मीद नहीं : भाजपा

भाजपा ने भी ट्विटर के जरिए राहुल के आरोप का जवाब दिया है। पार्टी के ट्विटर हैंडल भाजपाफॉरइंडिया ने कहा है कि राहुल गांधी से इससे ज्यादा की उम्मीद नहीं है। हम राहुल गांधी को भी सलाह देंगे कि वह नमो एप को डाउनलोड करें ताकि उन्हें पता चले कि भारत में कुछ अच्छा भी हो रहा है। सच्चाई यह है कि यहां भी डेटा सिर्फ थर्ड पार्टी सर्विस के एनालिसिस के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह वैसा ही है जैसे गूगल एनालिटिक्स करती है। इस एप का इस्तेमाल करने वालों का डेटा कहीं भी स्टोर नहीं किया जाता। इसका इस्तेमाल उपयोगकर्ता को उसी तरह की अन्य सेवाएं देने में की जाती है। मसलन, अगर कोई इस एप पर कृषि के बारे में जानकारी लेता है तो भविष्य में उसे कृषि से संबंधित अन्य जानकारियां भेजी जाती हैं। राहुल गांधी नरेंद्र मोदी के सामने कहीं नहीं ठहरते।


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