महाराष्ट्र में आम जन के लिए 10 रुपये में शिव भोजन थाली के लिए उमड़ी भीड़, बुलानी पड़ी पुलिस
उद्धव सरकार ने गणतंत्र दिवस पर यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू की थी। थाली में दो चपाती एक कटोरा सब्जी चावल व दाल दी जाती है।
पुणे, प्रेट्र। महाराष्ट्र की शिवसेनानीत सरकार की तरफ से शुरू की गई 10 रुपये में शिव भोजन थाली के लिए उमड़ी भीड़ के कारण बुधवार को वितरण केंद्र पर अराजकता पैदा हो गई। आलम यह रहा कि भोजन वितरण केंद्र के मालिक को पुलिस बुलानी पड़ी।
शिव भोजन थाली में दो चपाती, एक कटोरा सब्जी, चावल व दाल दी जाती है मात्र 10 रुपये में
गौरतलब है कि उद्धव सरकार ने गणतंत्र दिवस पर यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू की थी। थाली में दो चपाती, एक कटोरा सब्जी, चावल व दाल दी जाती है।
वितरण केंद्र पर पुलिस लोगों को लाइन में लगवाती है
एक वितरण केंद्र के संचालक के अनुसार उनके यहां रोजाना कम से कम 500 लोग 10 रुपये वाला खाना खाने आ रहे हैं। भोजन वितरण का समय 12 बजे से अपराह्न दो बजे के बीच है। उन्होंने कहा, 'कृषि उत्पाद विपणन समिति (एपीएमसी) परिसर में स्थित वितरण केंद्र में पिछले दो दिनों से करीब 500 लोग खाना खाने आ रहे हैं। इससे वहां अराजक स्थिति पैदा हो जाती है।' बुधवार को कम से कम तीन पुलिसकर्मी वितरण केंद्र के पास दिखे जो लोगों को लाइन में लगने के लिए कह रहे थे।
सरकार ने 71वें गणतंत्र दिवस पर लांच की शिव भोजन योजना
महाराष्ट्र सरकार ने 71वें गणतंत्र दिवस पर शिव भोजन योजना लांच कर दी है। इस योजना के तहत 10 रुपए में भोजन की थाली दी जाएगी। इस पायलट परियोजना के तहत राज्य के सभी जिलों में निर्धारित जगहों या कैंटीनों में निर्धारित समय पर गरीबों को 10 रुपए में पूरा भोजन मुहैया कराया जाएगा।
अपने-अपने संबंधित जिलों में महत्वाकांक्षी योजना को मंत्रियों ने किया लांच
मुंबई में जिला गार्जियन मंत्री असलम शेख ने बीवाईएल नायर अस्पताल में शिव भोजन थाली का उद्घाटन किया। जबकि मुंबई उपनगरीय जिला गार्जियन मंत्री आदित्य ठाकरे ने बांद्रा कलेक्टोरेट में इस योजना को लांच किया। अन्य गार्जिन मंत्री जैसे अजित पवार, छगन भुजबल, जयंत पाटील, सुभाष देसाई, अशोक चव्हाण और अन्य ने भी अपने-अपने संबंधित जिलों में महत्वाकांक्षी योजना को लांच किया।
भोजन की गुणवत्ता और मात्रा की तारीफ
सैकड़ों की संख्या में लोगों ने 10 रुपए की इस थाली का आनंद उठाया, जिसमें मंत्री भी शामिल रहे। अधिकांश लोगों ने भोजन की गुणवत्ता और मात्रा की तारीफ की, लेकिन कई लोगों ने भोजन उपलब्धता की अवधि बढ़ाने का सुझाव दिया, ताकि ज्यादा लोग इसका लाभ उठा सकें।
प्रथम तीन महीने के लिए 6.40 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित
राज्य सरकार ने इस पायलट परियोजना के लिए प्रारंभिक तौर पर प्रथम तीन महीने के लिए 6.40 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है, और इस पर मिलने वाली प्रतिक्रिया के आधार पर इसे अन्य इलाकों और दूरवतर्ती हिस्सों में भी शुरू किया जाएगा। कैंटीन बाजारों, अस्पतालों, बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों, सरकारी कायार्लयों जैसे सार्वजनिक स्थानों पर चलाई जाएंगी।
10 रुपए प्रति थाली भोजना योजना शिवसेना के चुनावी घोषणा-पत्र का एक प्रमुख वादा था
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के अनुसार, ग्राहक इस थाली के लिए 10 रुपए का भुगतान करेंगे, लेकिन वास्तविक लागत शहरी इलाकों में 50 रुपए और ग्रामीण इलाकों में 35 रुपए बैठेगी। अंतर की राशि का भुगतान जिला प्रशासन को राज्य सरकार ग्रांट के रूप में देगी। 10 रुपए प्रति थाली भोजना योजना शिवसेना के चुनावी घोषणा-पत्र का एक प्रमुख वादा था और महा विकास अघाड़ी सरकार की सरकार के न्यूनतम साझा कार्यक्रम का हिस्सा है। शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पाटीर्-कांग्रेस की सरकार ने 28 नवंबर को शपथ ग्रहण किया था।