COVID-19: थरूर बोले- 'टीके ले चुके भारतीयों को क्वारंटाइन करना आपत्तिजनक', यूके में कार्यक्रम रद किए
वर्तमान में भारत तुर्की जार्डन थाईलैंड रूस जैसे अन्य देशों में टीकाकरण करने वाले लोगों को वक्सीनेटेड नहीं माना जाता है और उन्हें 10 दिनों के लिए क्वारंटाइन और टेस्ट नियम का पालन करना होता है। थरूर ने इसके लेकर विरोध दर्ज कराया है।
नई दिल्ली, एएनआइ। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ब्रिटिश सरकार द्वारा लगाए गए COVID-19 क्वारंटाइन नियमों का हवाला देते हुए यूनाइटेड किंगडम में कई नियोजित कार्यक्रमों में उपस्थित रहने की योजना को रद कर दिया है। ट्विटर पर लिखते हुए थरूर ने शिकायत की कि पूरी तरह से टीका लगाए गए भारतीयों को क्वारंटाइन के लिए कहना अपमानजनक है।
कांग्रेस सांसद ने कहा, 'मैं अपनी पुस्तक #TheBattleOfBelonging के यूके संस्करण #TheStruggleForIndiasSoul पर कैम्ब्रिज यूनियन में होनी वाली एक डिबेट और लान्च इवेंट से खुद को अलग कर रहा हूं। पूरी तरह से टीका लगाए गए भारतीयों को क्वारंटाइन करने के लिए कहना आपत्तिजनक है। Brits समीक्षा करा रहा है।'
वर्तमान में, भारत, तुर्की, जार्डन, थाईलैंड, रूस जैसे अन्य देशों में टीकाकरण करने वाले लोगों को वक्सीनेटेड नहीं माना जाता है और उन्हें 10 दिनों के लिए क्वारंटाइन और टेस्ट नियम का पालन करना होता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अब तक केवल फाइजर-बायोएनटेक, यूएस फार्मा की दिग्गज जानसन एंड जानसन, माडर्न, चीन के सिनोफार्मा और आक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका द्वारा आपातकालीन उपयोग के लिए विकसित कोविड टीकों को मंजूरी दी है।
बता दें कि भारत की स्वदेशी वैक्सीन, भारत बायोटेक की कोवैक्सीन पर जल्द फैसला हो सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का टीकाकरण संबंधी रणनीतिक परामर्श विशेषज्ञ समूह (एसएजीई) भारत बायोटेक के कोरोना रोधी टीके कोवैक्सीन को आपात इस्तेमाल के लिए सूचीबद्ध किए जाने पर अपनी सिफारिशें देने के लिए अक्टूबर में बैठक करेगा।
एसएजीई के मसौदा एजेंडे के अनुसार, इस दौरान भारत बायोटेक द्वारा टीके की सुरक्षा और चिकित्सीय परीक्षण (पहले से तीसरे चरण तक के नतीजों और विपणन बाद) के आंकड़ों के प्रभाव पर जानकारी दिए जाने की उम्मीद है। विशेषज्ञों को खतरे के प्रबंधन की योजनाओं के बारे में भी बताया जाएगा।