COVID-19: कर्नाटक सरकार ने बिना लक्षण वाले और हल्के लक्षण वाले रोगियों के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए
राज्य सरकार ने COVID-19 पॉजिटिव आने वाले व्यक्तियों को कुछ शर्तों के साथ घरेलू आइसोलेशन के तहत भर्ती होने की अनुमति दी है।
बेंगलुरु (कर्नाटक) [भारत], एएनआई। कर्नाटक सरकार ने बुधवार को राज्य में COVID-19 रोगियों के घर में ही आइसोलेशन को लेकर दिशानिर्देश जारी किए। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के बाद, राज्य सरकार ने COVID-19 पॉजिटिव आने वाले व्यक्तियों को कुछ शर्तों के साथ घरेलू आइसोलेशन के तहत भर्ती होने की अनुमति दी है।
सरकार के अनुसार, केवल बिना लक्षण वाले या हल्के लक्षण वाले लोगों को घर में आइसोलेशन में रहने की अनुमति दी जाएगी। जिला स्वास्थ्य प्राधिकरण से स्वास्थ्य टीम सीओवीआईडी -19 पॉजिटिव रोगी के घर का दौरा करेगी और घर के आइसोलेशन और रोगी के परीक्षण के लिए उपयुक्तता का आकलन करेगी। सीओवीआईडी -19 रोगियों के लिए नियमित जांच, टेली-परामर्श को अनिवार्य कर दिया है, जबकि रोगी को हर दिन अपनी स्वास्थ्य स्थिति के बारे में चिकित्सक या स्वास्थ्य अधिकारियों को रिपोर्ट करना होगा।
रोगी के पास पल्स ऑक्सीमीटर, डिजिटल थर्मामीटर और व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (फेसमास्क, दस्ताने) होंगे जो घर के आइसोलेशन के दौरान उपयोग किया जाएगा, दिशानिर्देश में कहा गया। घरेलू आइसोलेशन परिवार के सदस्यों, पड़ोसियों, चिकित्सक और स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों की परमिशन के बाद होगा।
भारत में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 6.25 लाख को पार कर गई है। अच्छी बात यह है कि इसमें से 3.79 लाख लोग पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। देश में कोरोना के कुल 2.27 लाख एक्टिव मामले हैं। वहीं, बीते 24 घेटों के दौरान कोरोना वायरस के सर्वाधिक 20,903 नए मामले सामने आए हैं और इस दौरान 20 हजार से ज्यादा लोग स्वस्थ भी हुए हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस के सार्वधिक 20,903 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 379 लोगों की मौत हुई है। देश में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 6 लाख 25 हजार 544 हो गई है। इसमें से 2 लाख 27 हजार 439 एक्टिव मामले हैं, जबकि अब तक कुल 3 लाख 79 हजार 892 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। देश में कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 18,213 हो गई है।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के अधिकारियों ने बताया कि देश में कोरोना नमूनों की जांच के लिए फिलहाल 1,065 प्रयोगशालाएं काम कर रही हैं। इनमें 768 सार्वजनिक क्षेत्र में जबकि 297 निजी क्षेत्र में हैं। प्रतिदिन होने वाली जांच की संख्या में तेज गति से वृद्धि हो रही है। 25 मार्च को यह 1.5 लाख थी और अब यह प्रतिदिन तीन लाख से अधिक है। आईसीएमआर ने कहा कि दो जुलाई को करीब 2,41,576 नमूनों की जांच की गई। इस तरह जांच की कुल संख्या बढ़ कर 92 लाख 97 हजार 749 पहुंच गई है।