Coronavirus in India: पीएम खुद कर रहे हालात की निगरानी, भारत ने रद किया ई-वीजा सुविधा
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए भारत ने चीन में रहने वाले चीनी और विदेशी यात्रियों के लिए ई-वीजा सुविधा को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है।
नई दिल्ली, एजेंसियां। भारत में कोरोना वायरस के दो मामलों की पुष्टि हुई है। वायरस के खतरे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद हालात की निगरानी कर रहे हैं। चीन में इसकी वजह से अब तक 304 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, भारत ने रविवार को चीन में रहने वाले चीनी और विदेशी यात्रियों के लिए ई-वीजा सुविधा को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने रविवार को बताया, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्यक्तिगत रूप से कोरोना वायरस से उत्पन्न खतरे के मद्देनजर स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। मैं नियमित रूप से केरल के स्वास्थ्य मंत्री के संपर्क में हूं।' उन्होंने कहा कि चीन, थाईलैंड, और सिंगापुर से लौटने वाले लोगों के लिए हमने सर्वोत्तम स्क्रीनिंग की सुविधा सुनिश्चित की है।
यह चीनी पासपोर्ट के धारकों और चीन में रहने वाले अन्य देशों के लोगों पर लागू होता है। इसके साथ ही ये भी बताया गया कि पहले से ही जारी किए गए ई-वीजा फिलहाल मान्य नहीं हैं।
Embassy of India in China: Due to certain current developments, travel to India on E-visas stands temporarily suspended with immediate effect. This applies to holders of Chinese passports and applicants of other nationalities residing in the People’s Republic of China. https://t.co/TkkNXMVVBH" rel="nofollow — ANI (@ANI) February 2, 2020
केरल में आज सुबह भारत में कोरोना वायरस का दूसरा मामला फिर से सामने आया, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने आज कहा कि रोगी की अलप्पुझा मेडिकल कॉलेज में एक आइसोलेशन वार्ड में निगरानी की जा रही थी। पहला मामला भी तीन दिन पहले केरल से ही सामने आया था।
रविवार को भारत ने कोरोना वायरस के प्रकोप वाले चीन के वुहान शहर से 323 भारतीयों और सात मालदीव के नागरिकों को एयरलिफ्ट किया, जिनकी कुल संख्या 654 तक पहुंच गई।
बता दें कि वायरस की शुरूआत दिसंबर में वुहान में हुई थी और तब से यह दुनिया भर के कई शहरों में फैल गया है। चीन में कोरोना वायरस के 14,000 से ज्यादा मामलों की पुष्टि हो चुकि है। चीन के एक दर्जन से अधिक शहरों में 5.6 करोड़ लोगों की आवाजाही प्रभावित हुई है।