कोरोना महामारी का मुक़ाबला करने के लिए संसद भवन में स्थापित किया नियंत्रण कक्ष
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की पहल पर लोकसभा सचिवालय में तत्काल प्रभाव से एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कोरोना महामारी से लड़ाई में सांसदों और विधायकों के प्रयासों को संगठित स्वरूप देने के मकसद से संसद भवन में विशेष कंट्रोल रूम बनाया गया है। इसका मकसद कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए सांसदों, विधायकों और आम जनता के बीच शीघ्र संपर्क स्थापित करने में मदद करना है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, राजस्थान, हरियाणा, ओडिशा, दिल्ली, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश अपने विधानसभा सचिवालयों में कंट्रोल रूम बनाने वाले पहले राज्य बन गए हैं। लोकसभा सचिवालय ने बयान जारी करते हुए कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की राज्य विधानमंडलों के पीठासीन अधिकारियों के साथ बीते दिनों वीडियो कांफ्रेंस से हुई बैठक में बनी सहमति के अनुरूप कंट्रोल रूम बनाया गया है।
कोरोना महामारी से उत्पन्न हुई स्थिति के बारे में विस्तार से चर्चा
ज्ञात रहे कि बिरला की 21 अप्रैल को पीठासीन अधिकारियों के साथ हुई उक्त वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान कोरोना महामारी से उत्पन्न हुई स्थिति के बारे में विस्तार से चर्चा हुई थी । इस महामारी के दौरान आम जनता को राहत पहुंचाने के लिए देश में सांसदों और विधायकों/विधान परिषद के सदस्यों की भूमिका और प्रयासों का उल्लेख करते हुए बिरला ने इस बात पर ज़ोर दिया था कि संसद और राज्य विधानमंडल कार्यपालिका के साथ खड़े हैं तथा सांसद और विधायक/विधान सभा परिषद के सदस्य इस महामारी को फैलने से रोकने के राष्ट्रीय प्रयासों में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं।
सभी विधानमंडल में नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का अनुरोध
बातचीत के दौरान बिरला ने सभी राज्य विधानमंडलों से अनुरोध किया था कि वे विभिन्न राज्य विधानमंडलों और संसद के बीच जानकारी के सही समय आदान-प्रदान के लिए एक नियंत्रण कक्ष की स्थापना करें जिससे सांसदों /विधायकों/विधान परिषद के सदस्यों को कोविड 19 से उत्पन्न स्थिति का मुक़ाबला करने के लिए अपने कर्तव्य अधिक प्रभावी ढंग से निभाने में मदद मिले।
उक्त फैसले के अनुसार संसद भवन में तत्काल प्रभाव से एक नियंत्रण कक्ष ने कार्य करना शुरू कर दिया है। इस नियंत्रण कक्ष का ब्योरा इस प्रकार है :
नियंत्रण कक्ष – 911123035160, 911123035163