भाजपा को घेरने के लिए मेघालय की सत्ता पर दावा ठोकेगी कांग्रेस
मेघालय उपचुनाव में मिली जीत से उत्साहित कांग्रेस रणनीतिकारों ने पार्टी के पूर्व सीएम मुकुल संगमा को इस दिशा में सियासी पहल करने को लेकर सक्रिय भूमिका निभाने का संदेश दे दिया।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। मेघालय विधानसभा उपचुनाव की एक सीट पर जीत के साथ सूबे में फिर से सबसे बड़ी पार्टी बनी कांग्रेस इस नतीजे के सहारे भाजपा को सियासी रूप से घेरने पर गंभीर मंथन कर रही है। कर्नाटक में भाजपा के पास बहुमत नहीं होने के बाद भी सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर सरकार बनाने का मौका देने को आधार बनाते हुए कांग्रेस मेघालय में इसी फॉर्मूले के तहत अपनी सरकार बनाने का दावे करने की तैयारी में है।
मेघालय उपचुनाव में मिली जीत से उत्साहित कांग्रेस रणनीतिकारों ने पार्टी के पूर्व सीएम मुकुल संगमा को इस दिशा में सियासी पहल करने को लेकर सक्रिय भूमिका निभाने का संदेश दे दिया। कांग्रेस को भी मालूम है कि मेघालय में फिलहाल उसके सरकार बनने की कोई संभावना नहीं है, मगर कर्नाटक को लेकर भाजपा पर सियासी वार जारी रखने की रणनीति के तहत पार्टी यह पहल करेगी। मेघालय की 60 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी के पास 20 विधायक हैं और 11 विधायकों के साथ भाजपा सरकार में शामिल है। कांग्रेस इस जवाबी दांव के जरिये पूर्व लोकसभा स्पीकर पीए संगमा के बेटे मुख्यमंत्री कोनार्ड संगमा की भी सियासी घेरेबंदी करने की कोशिश करेगी।
कर्नाटक घटनाक्रम के बाद भाजपा के सत्ता हासिल करने के तरीके पर सवाल उठाने के लिए कांग्रेस गोवा और मणिपुर में भी सबसे बड़ी पार्टी होने के आधार पर सरकार बनाने का मौका देने की मांग उठा चुकी है। भाजपा को घेरने की इस सियासत में बिहार में राजद विधायक दल के नेता तेजस्वी यादव ने भी सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर अपना दावा जताया था।