असम में कांग्रेस एकत्र करेगी नागरिकता संशोधन कानून विरोधी संदेशों के साथ 50 लाख 'गमछा'
असम विधानसभा के लिए मार्च-अप्रैल में चुनाव होने के आसार हैं। राज्य के मंत्री हिमंत विश्व सरमा ने कहा कि सीएए को खत्म कर दिया जाएगा और असमिया गौरव को बचाने के लिए दिये गये बलिदान को अमर किया जायेगा।
गुवाहाटी, प्रेट्र। असम प्रदेश कांग्रेस इकाई ने कार्यकर्ताओं से नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ संदेशों के साथ गमछा (असमिया स्कार्फ) एकत्र करने का आह्वान किया है। पार्टी ने यह निर्णय राहुल गांधी के उस बयान के बाद लिया है जिसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी के राज्य की सत्ता में आने के बाद सीएए लागू नहीं किया जाएगा। गौरतलब है कि असम में हाथ से बने सफेद और लाल धारी सूती गमछा पारंपरिक रूप से सम्मान के रूप में दिया जाता है।
गौरव गोगोई ने कहा- सीएए विरोधी संदेशों के साथ गमछा साझा करें
बैठक के बाद पार्टी की घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष गौरव गोगोई ने कहा कि मैं सभी असमियों से अनुरोध करता हूं कि आप राज्य में सीएए क्यों नहीं चाहते हैं, के एक संदेश के साथ गमछा साझा करें। आप गमछा पर हस्ताक्षर कर सकते हैं और कूरियर के माध्यम से हमें भेज सकते हैं।
असम कांग्रेस के अध्यक्ष रिपुन बोरा ने कहा- पार्टी को प्रदेश से 50 लाख गमछा मिलेंगे
कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष रिपुन बोरा ने कहा कि हमें उम्मीद है कि पार्टी को प्रदेश से कम से कम 50 लाख गमछा मिलेंगे और उन सभी को नये स्मारक में प्रदर्शित किया जाएगा।
असम में विधानसभा चुनाव मार्च-अप्रैल में होने के आसार
राज्य की 126 सदस्यीय विधानसभा के लिए इस वर्ष मार्च-अप्रैल में चुनाव होने के आसार हैं। राज्य के मंत्री हिमंत विश्व सरमा ने कहा कि ये सब राज्य में अब चुनावी मुद्दे नहीं हैं। सीएए को खत्म कर दिया जाएगा और असमिया गौरव को बचाने के लिए दिये गये बलिदान को अमर किया जायेगा।