Congress Vs Facebook: कांग्रेस ने उठाई मांग- फेसबुक के खिलाफ आरोपों की संसदीय समिति करे जांच
Congress Vs Facebook राज्यसभा में विशेष उल्लेख करते हुए कांग्रेस नेता वेणुगोपाल ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट से फेसबुक इंडिया के बारे में जानकारी सामने आई है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने फेसबुक के खिलाफ देश के लोकतंत्र में हस्तक्षेप करने के आरोप की संसदीय समिति से जांच कराने की मांग की है। कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि 2014 से जिन भड़काऊ पोस्ट को अनुमति दी गई सोशल मीडिया प्लेटफार्म उसे प्रकाशित करे। राज्यसभा में विशेष उल्लेख करते हुए वेणुगोपाल ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट से फेसबुक इंडिया के बारे में जानकारी सामने आई है। उन्होंने कहा कि फेसबुक इंडिया पर देश के लोकतंत्र में हस्तक्षेप का आरोप घातक और गंभीर है। उन्होंने कहा कि यूजर्स के लिहाज से भारत फेसबुक और वाट्सएप के सबसे बड़े बाजार में से एक है।
उन्होंने कहा कि हमने पिछले कुछ वर्षों में फेसबुक और व्हाट्सएप के कई अधिकारियों के साथ पूर्वाग्रह का मुद्दा उठाया है, ज्यादातर कान बहरे हैं, और उन्होंने मांग की कि सरकार को फेसबुक में फेसबुक मुख्यालय द्वारा उच्च स्तरीय जांच के लिए पूछना चाहिए भारत नेतृत्व टीम और उनके संचालन और उचित समय के भीतर फेसबुक इंक के बोर्ड को एक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं।
उन्होंने 2014 के बाद से मंच पर नफरत फैलाने वाले भाषणों के सभी उदाहरणों को "प्रकाशित और पारदर्शी बनाने" की भी मांग की थी।कांग्रेस सांसद ने कहा, हमारे चुनावी लोकतंत्र में फेसबुक के हस्तक्षेप के इस गंभीर मुद्दे की जांच के लिए एक संसदीय समिति की जांच शुरू की जानी चाहिए।
फेसबुक का कांग्रेस को जवाब
इससे पहले भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में कथित तौर पर दखल देने और राजनीतिक पूर्वाग्रह के आरोपों में घिरे फेसबुक ने कांग्रेस पार्टी के सवालों का जवाब दिया था। फेसबुक ने कांग्रेस को भेजे अपने जवाब में कहा था कि वह एक निष्पक्ष मंच है और सभी तरह की घृणा और कट्टरता को खारिज करता है। वह ऐसा मंच बने रहने की कोशिश करता है जहां लोग खुलकर अपनी भावनाओं का इजहार कर सकें।