आपा खोने लगी कांग्रेस: सरकार को सबक सिखाए न्यायपालिका
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने न्यायपालिका को सलाह दी कि वह कार्यपालिका को सख्त सीख दे।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। जस्टिस केएम जोसेफ की नियुक्ति न होने को लेकर सरकार पर हमलावर कांग्रेस आपा खोने लगी है। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने न्यायपालिका को सलाह दी कि वह कार्यपालिका को सख्त सीख दे। एक तरह से उन्होंने सरकार से असहयोग करने का सुझाव दे दिया। मुख्य विपक्षी दल का यह तेवर इसलिए हैरान करता है क्योंकि उसने लोकतंत्र के दो स्तंभों को ही आपस में टकराने का समर्थन कर दिया है।
जस्टिस जोसेफ की नियुक्ति सिफारिश कोलीजियम को वापस लौटाने के मुद्दे पर कांग्रेस विरोध में खड़ी है। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कानून मंत्री उस दलील को भी खारिज कर दिया जिसमें वरिष्ठता क्रम की बात की गई थी। लेकिन इसी क्रम में उन्होंने कहा- जिस तरह पूर्व चुनाव आयुक्त टीएन शेषण ने अफसरों की तैनाती का फैसला न मानने पर चुनाव न कराने की बात कही थी। उसी तरह न्यायपालिका को भी सरकार को यह संदेश देना चाहिए कि जब तब जोसेफ की नियुक्ति नहीं होती है, कोलीजियम कोई दूसरी सिफारिश नहीं करेगी। ध्यान रहे कि जब संसद में नेशनल ज्यूडिशियल एकाउंटेबिलिटी विधेयक आया था तो उसका कांग्रेस ने भी समर्थन किया था। अगर वह लागू होता तो कोलिजियम खत्म हो चुका होता। वैसे भी लोकतंत्र में दो अंगों के बीच टकराव के लिए उकसाना कितना खतरनाक हो सकता है यह खुद कांग्रेस भी जानती है।
कांग्रेस नेता सिंघवी ने कहा कि सरकार ऐसे मामलों को लटकाकर न्यायपालिका की साख को कम करने की कोशिश कर रही है। न्यायपालिका को सरकार के इस फैसले के खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए और कार्यपालिका को सबक सीखना चाहिए।