कांग्रेस ने कहा चार साल में प्रचार, प्रपंच, प्रतिशोध और झूठ की रही मोदी सरकार
कांग्रेस ने मोदी सरकार की चार साल की उपलब्धियों के दावों को खारिज करते हुए उसे पूरी तरह नाकाम करार दिया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस ने मोदी सरकार की चार साल की उपलब्धियों के दावों को खारिज करते हुए उसे पूरी तरह नाकाम करार दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रोजगार सृजन से लेकर कृषि और विदेश नीति से लेकर डीजल-पेट्रोल की महंगाई सभी मोर्चे पर फेल ठहराया है। साथ ही पार्टी ने सीधे-सीधे सरकार के शिखर नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता अब समझ चुकी है कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह की राजनीतिक जोड़ी देश के लिए घातक है। विपक्ष की ओर से एनडीए सरकार के चार साल के कार्यकाल को नाकाम साबित करने के लिए कांग्रेस ने देश भर में जहां 'विश्वासघात दिवस' मनाया वहीं सरकार की कथित विफलताओं का रिपोर्ट कार्ड भी जारी किया।
-राहुल ने कृषि से लेकर रोजगार के मोर्चे पर नहीं दिया पास होने लायक नंबर
-कांग्रेस के चार साल के रिपोर्ट कार्ड में मोदी सरकार फेल
सरकार की नाकामी को लेकर कांग्रेस के बुकलेट के रुप में आए रिपोर्ट कार्ड जारी होने से ठीक पहले राहुल गांधी ने ट्वीट के जरिये भाजपा और पीएम पर प्रहार किया। अपने हिसाब से सरकार को कसौटी पर कसते हुए राहुल ने कहा कि कृषि, विदेश नीति, पेट्रोल कीमतें और रोजगार देने इन सभी विषयों में मोदी सरकार फेल हो गई है।
एनडीए पर तंज कसते हुए राहुल ने केवल दो ही मोर्चे नारे गढ़ने और खुद का प्रचार करने को लेकर सरकार को ए प्लस ग्रेड दिया। जबकि योग में बी निगेटिव का नंबर देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पीएम संवाद कला में विशेषज्ञ हैं मगर वे जटिल मुद्दों पर संघर्षरत दिखे।
राहुल के इस प्रहार के बाद कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं गुलाम नबी आजाद, अशोक गहलोत और रणदीप सुरजेवाला ने विशेष प्रेस कांफ्रेंस कर सरकार के खिलाफ 42 पेज का रिपोर्ट कार्ड जारी किया। इस बुकलेट में बीते चार साल में अर्थव्यवस्था की विकास दर घटने, नौकरियों के वादे पूरे नहीं करने, किसानों को लाभकारी मूल्य नहीं मिलने से लेकर दलितों के उत्पीड़न समेत तमाम मुद्दों का आंकड़ों के साथ ब्यौरा दिया गया है। कालेधन को विदेश से लाने और भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस के चुनावी वादों पर भी पार्टी ने सरकार को यह कहते हुए नाकाम बताया है कि विदेश से एक पैसा कालाधन नहीं आया। जबकि भाजपा शासित कुछ राज्यों के मुख्यमंत्री पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
आजाद, गहलोत और सुरजेवाला ने विश्वासघात दिवस मनाने के लिए बुकलेट जारी करने के बाद कहा कि यह प्रचार, प्रपंच, प्रतिशोध और झूठ की सरकार साबित हुई है। गहलोत ने कहा कि बीते चार सालों में देश में भय और आतंक का माहौल बनाने के साथ अभिव्यक्ति की आजादी को दबाने की कोशिशें हुई है। साथ ही संवैधानिक संस्थाओं पर प्रहार किया गया है।
आजाद ने कहा कि मोदी सरकार के राज में कोई सुरक्षित नहीं है और मीडिया पर भी सत्ता का नियंत्रण है। वहीं सुरजेवाला ने नीरव मोदी के बैंक घोटाले से लेकर राफेल सौदे में कांग्रेस के उठाए सवालों का जवाब नहीं मिलने पर सरकार को आड़े हाथों लिया।