कांग्रेस का पलटवार, कहा-बैंक लोन राइटऑफ पर गुमराह कर रहीं वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के राहुल गांधी पर पलटवार के बाद कांग्रेस ने भी पलटवार करते हुए तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर पेश करने और देश को गुमराह करने का आरोप लगाया।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। बैंकों के लोन राइटऑफ के मुद्दे पर कांग्रेस और सरकार के बीच सियासी तकरार बढ़ गई है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के राहुल गांधी पर पलटवार के बाद कांग्रेस ने भी पलटवार करते हुए तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर पेश करने और देश को गुमराह करने का आरोप लगाया।
सुरजेवाला ने लोन राइटऑफ को सिस्टम की सफाई बताने पर उठाया सवाल
कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने कई जवाबी ट्वीट करते हुए कहा कि देश को भटकाने की बजाय निर्मला सीतारमण को सत्य बताना चाहिए क्योंकि यही राजधर्म की कसौटी है। उन्होंने वित्तमंत्री से पूछा कि राजग सरकार ने 2014-15 से 2019-20 के बीच डिफॉल्टरों का 6 लाख 66 हजार करोड रुपये कर्ज क्यों राइट ऑफ किया? साथ ही इसका जवाब भी मांगा कि 95 डिफॉल्टरों का 68,607 करोड़ रुपये कर्ज माफ करने का आरबीआई का आरटीआई से मिला जवाब सही है या नहीं?
वित्तमंत्री के सामने सवालों की झड़ी लगाई
वित्तमंत्री के समक्ष सवालों की झड़ी लगाते हुए सुरजेवाला ने पूछा कि राजग सरकार ने भगोड़ों नीरव मोदी व मेहुल चोकसी के 8046 करोड़, जतिन मेहता के 6038 करोड और विजया माल्या के 1943 करोड रुपये राइट ऑफ क्यों किए। इतने बड़े पैमाने पर बैंक कर्ज राइट ऑफ की अनुमति किसने और क्यों दी?
2780.50 करोड़ रुपये जब्त करने के बयान पर सवाल उठाया
वित्तमंत्री के ट्वीट में नीरव मोदी-मेहुल चोकसी से 2780.50 करोड़ रुपये जब्त करने के बयान पर सवाल उठाते हुए सुरजेवाला ने कहा कि बीते 16 मार्च को संसद में वित्त मंत्रालय ने कहा कि पांच साल में पीएमएलए व फेमा के तहत इडी ने केवल 96.93 करोड़ रुपये जब्त किए हैं। बैंकों के 6 लाख 66 हजार के कर्ज राइट ऑफ को सिस्टम की सफाई बताने के वित्तमंत्री के बयान पर जवाबी वार करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि इसे सिस्टम की सफाई नहीं बैंक में जमा जनता की गाढ़ी कमाई की सफाई कहते हैं।