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अवमानना मामले में राहुल गांधी और माकपा नेता येचुरी को कोर्ट से राहत नहीं

पत्रकार लंकेश की बेंगलुरु में उनके घर के सामने ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या में कथित रूप से कट्टरपंथी दक्षिणपंथी समूह का हाथ बताया गया था।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sat, 23 Nov 2019 11:24 PM (IST)Updated: Sat, 23 Nov 2019 11:24 PM (IST)
अवमानना मामले में राहुल गांधी और माकपा नेता येचुरी को कोर्ट से राहत नहीं
अवमानना मामले में राहुल गांधी और माकपा नेता येचुरी को कोर्ट से राहत नहीं

मुंबई, प्रेट्र। मुंबई की एक कोर्ट ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और माकपा महासचिव सीताराम येचुरी को अवमानना के एक मामले में राहत देने से इन्कार कर दिया। दोनों नेताओं ने अपने खिलाफ अवमानना की शिकायत रद कराने की मांग करते हुए कोर्ट में अर्जी दायर की थी। दोनों नेताओं के खिलाफ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकर्ता ने यह शिकायत दर्ज कराई है। कोर्ट द्वारा अर्जी ठुकराए जाने के बाद अब दोनों नेताओं को इस मामले में सुनवाई का समाना करना होगा। अदालत छह जनवरी को मामले की सुनवाई करेगी।

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पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या से संघ को जोड़ने जोड़ने वाला बयान दिया था

दोनों नेताओं ने पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या से आरएसएस को जोड़ने वाला बयान दिया था। उनके उसी बयान के आधार पर आरएसएस कार्यकर्ता ध्रुतिमान जोशी ने राहुल और येचुरी के खिलाफ अवमानना की कार्यवाही शुरू करने की मांग की है।

राहुल गांधी और येचुरी की अर्जी संयुक्त रूप से रिकार्ड 

राहुल ने कहा है कि उनके साथ येचुरी के खिलाफ मामले को जोड़ा जाना गलत है। वकील कुशल मोर के माध्यम से दाखिल अर्जी में कहा गया था कि कोर्ट ने कांग्रेस नेता और येचुरी की अर्जी संयुक्त रूप से रिकार्ड किया है। हालांकि इस तरह की संयुक्त सुनवाई केवल आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 233 के तहत ही की जा सकती है। मौजूदा मामले में यह प्रावधान लागू नहीं होता है।

संयुक्त सुनवाई से राहुल के बचाव को नुकसान पहुंच सकता है

अर्जी में कहा गया है कि येचुरी और वह दो पार्टियों से संबंध रखते हैं जो काफी भिन्न हैं और विपरीत विचारधारा वाली हैं। कथित बयान राजनीतिक है और संयुक्त सुनवाई होने से राहुल के बचाव को नुकसान पहुंच सकता है।

राहुल और येचुरी के बयानों में अंतर

सितंबर 2017 में पत्रकार लंकेश की बेंगलुरु में उनके घर के सामने ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या में कथित रूप से कट्टरपंथी दक्षिणपंथी समूह का हाथ बताया गया था। जोशी ने आरोप लगाया है कि राहुल ने संवाददाताओं से कहा था कि जो भी भाजपा की, आरएसएस की विचारधारा के खिलाफ बोलता है उसपर दबाव डाला जाता है, उसकी पिटाई होती है और यहां तक कि हत्या कर दी जाती है। येचुरी ने कहा था कि आरएसएस की विचारधारा और आरएसएस के लोगों ने लंकेश की हत्या की। 


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