कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कृषि कानूनों पर आरटीआइ खारिज करने की आलोचना की
एक के बाद एक ट्वीट कर कांग्रेस नेता चिदंबरम ने कहा कि कृषि पर नीति आयोग की मुख्यमंत्रियों की समिति ने सितंबर 2019 में ही चर्चा पूरी कर ली थी और 16 महीने बाद अपनी रिपोर्ट दे दी थी।
नई दिल्ली, एएनआइ। कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम ने कृषि कानूनों को लेकर आरटीआइ के जरिये मांगी गई जानकारी नहीं देने के लिए नीति आयोग की आलोचना की है। कार्यकर्ता अंजलि भारद्वाज ने यह जानकारी मांगी थी।
एक के बाद एक ट्वीट कर चिदंबरम ने कहा कि कृषि पर नीति आयोग की मुख्यमंत्रियों की समिति ने सितंबर, 2019 में ही चर्चा पूरी कर ली थी और 16 महीने बाद अपनी रिपोर्ट दे दी थी। लेकिन रिपोर्ट अभी तक नीति आयोग की संचालन परिषद में पेश नहीं की गई है, ऐसा क्यों है न तो कोई यह जानता है और न ही कोई इसका जवाब दे रहा।
जानकारी हासिल करने के लिए अंजलि भारद्वाज को सलाम: चिदंबरम
इसका उल्लेख करते हुए अंजलि भारद्वाज ने आरटीआइ के जरिये रिपोर्ट की एक कॉपी देने का अनुरोध किया था, जिसे खारिज कर दिया गया। कांग्रेस नेता ने कहा, 'मैं जानकारी हासिल करने के लिए अंजलि भारद्वाज के अथक प्रयास को सलाम करता हूं।'
वहीं, एक अन्य ट्वीट में उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि की कृषि पर मुख्यमंत्रियों की समिति ने सितंबर 2019 में विचार-विमर्श किया और अपनी रिपोर्ट दी। 16 महीने बाद भी रिपोर्ट को अब तक नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल के सामने प्रस्तुत नहीं किया गया है। क्यों, किसी को नहीं पता और कोई जवाब नहीं देगा।