Move to Jagran APP

कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा अध्यक्ष को लिखा खत, उपाध्यक्ष चुनने का किया आग्रह

अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि पहले ही एक साल बीत चुका है और उपाध्यक्ष नहीं चुना गया है अब मानसून सत्र में उपाध्यक्ष चुन लिया जाना चाहिए।

By Neel RajputEdited By: Published: Wed, 09 Sep 2020 05:01 PM (IST)Updated: Wed, 09 Sep 2020 05:01 PM (IST)
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा अध्यक्ष को लिखा खत, उपाध्यक्ष चुनने का किया आग्रह
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा अध्यक्ष को लिखा खत, उपाध्यक्ष चुनने का किया आग्रह

नई दिल्ली, एएनआइ। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर सदन का उपाध्यक्ष चुनने का आग्रह किया है। उनका कहना है कि पहले ही एक साल बीत चुका है और उपाध्यक्ष नहीं चुना गया है अब मानसून सत्र में उपाध्यक्ष चुन लिया जाना चाहिए।

loksabha election banner

अपने पत्र में उन्होंने कहा, "पहले ही एक साल बीत चुका है लेकिन अभी भी लोकसभा उपाध्यक्ष होने से वंचित हैं, सदन के उपाध्यक्ष को मानसून सत्र के दौरान ही चुना जाना चाहिए। बता दें कि 14 सितंबर से मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है, जिसे लेकर लगभग सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

14 सितंबर से शुरू हो रहा मानसून सत्र

कोरोना संकट को देखते हुए लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही में कुछ बदलाव किए गए हैं। बदलावों के अनुसार आगामी संसद सत्र की कार्यवाही में प्रश्न काल, प्राइवेट मेंबर बिल और शून्यकाल शामिल नहीं होगा। संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही सुबह और शाम की पारी में बारी-बारी से चलेगी। प्रश्नकाल व शून्यकाल के स्थगित करने के फैसले पर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। हालांकि भाजपा ने इसे विपक्षी दलों का दोहरापन करार दिया है।

14 सितंबर से एक अक्तूबर के बीच 18 दिन के संसद के इस अधिवेशन में कोई छुट्टी नहीं होगी। यानी शनिवार और रविवार को भी संसद में अवकाश नहीं रहेगा। यह प्रावधान कोरोना जैसी वैश्विक महामारी की विषम हालत के मद्देनजर किया गया है।

‘मोदीनॉमिक्स’ नाकाम रही, मनमोहन सिंह की बातें धैर्य से सुनें पीएम : अधीर रंजन चौधरी

अधीर रंजन चौधरी ने जीडीपी के नकारात्मक स्तर पर जाने को लेकर केंद्र पर निशाना साधा और कहा कि ‘मोदीनॉमिक्स’ नाकाम साबित हुई है तथा ‘अंध राष्ट्रवाद अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने का तरीका नहीं हो सकता।’

कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अर्थव्यवस्था में नई जान डालने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की बातें धैर्य से सुननी चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया कि मोदी सरकार ने खुद को ऐसी सरकार साबित किया है जो राजनीतिक तथा आर्थिक दिवालियेपन की शिकार है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.