कांग्रेस ने जीडीपी में गिरावट पर सरकार को घेरा, कहा- विकास की पटरी से उतर रही अर्थव्यवस्था
राहुल ने ट्वीट करते हुए कहा कि मोदी-शाह की सरकार की जनविरोधी और मजदूर विरोधी नीतियों ने भयंकर बेरोजगारी पैदा कर दी है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। आर्थिक विकास दर के बीते एक दशक में सबसे नीचे जाने पर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कांग्रेस ने कहा है कि अर्थव्यवस्था की मौजूदा हालत देश को विकास की पटरी से उतार रही है। पार्टी के अनुसार जीडीपी की गिरावट के साथ टैक्स राजस्व के बढ़ते घाटे से साफ है कि अगले बजट में दो लाख करोड रुपये की कमी होगी। अर्थव्यवस्था की इन चुनौतियों के बीच मजदूर संगठनों की बुलाई बैठक का कांग्रेस ने समर्थन किया और राहुल गांधी ने बंद का आयोजन करने वाले सभी संगठनों के इस प्रयास की सराहना की।
अर्थशास्त्रियों की चेतावनी के बाद भी सरकार पर कोई असर नहीं पड़ा
अर्थव्यवस्था की मौजूदा हालत के लिए भाजपा सरकार की जिद और नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा कि प्रतिष्ठित अर्थशास्त्रियों ने बार-बार चेताया मगर सरकार पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। अब मंदी की ओर इशारा करते हुए आंकडे़, भाजपा सरकार की बुद्धिजीवियों के प्रति तिरस्कार का परिणाम है।
रंगराजन की 5 फीसद से अधिक जीडीपी नहीं होने की बात सही साबित हुई
पार्टी ने रिजर्व बैंक के पूर्व गर्वनर सी रंगराजन के आकलन का हवाला देते हुए कहा कि मौजूदा साल में 5 फीसद से अधिक जीडीपी नहीं होने की बात सही साबित हो गई है। रंगराजन का यह भी आकलन है कि वित्त वर्ष 2020-21 में हालत सुधरे भी तो जीडीपी छह फीसद से अधिक नहीं होनेवाली है। कांग्रेस के मुताबिक ऐसे में विकास दर आठ-नौ फीसद के नजदीक आती नहीं दिख रही जो अर्थव्यवस्था का आकार पांच ट्रिलियन डालर पहुंचाने के लक्ष्य के लिए जरूरी है।
सरकार की जितनी आय है वह उससे ज्यादा खर्च कर रही
सरकारी आंकड़ों का हवाला देते हुए कांग्रेस ने कहा कि सरकार की जितनी आय है वह उससे ज्यादा खर्च कर रही है। जाहिर तौर पर इसकी वजह से सकल घाटा बहुत बढ़ गया है तो दूसरी ओर आर्थिक मंदी की वजह से सरकार का टैक्स राजस्व ढाई लाख करोड तक घट गया है। पार्टी के मुताबिक इस हालत में अगले बजट में दो लाख करोड रुपये की कमी होनी तय है और ऐसे में सवाल उठता है कि शिक्षा, स्वास्थ्य या रक्षा क्षेत्र में से सरकार किसके बजट में कटौती करेगी।
सरकार की जनविरोधी नीतियों ने बेरोजगारी पैदा कर दी
वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकारी कंपनियों को बेचने और कर्मचारियों की छंटनी सरीखे मुद्दे पर हुए भारत बंद का पूरा समर्थन किया। राहुल ने ट्वीट करते हुए कहा कि 'मोदी-शाह की सरकार की जनविरोधी और मजदूर विरोधी नीतियों ने भयंकर बेरोजगारी पैदा कर दी है और वे हमारे सरकारी उपक्रमों को अपने पूंजीवादी मित्रों को बेचने को जायज ठहरा हैं। आज 25 करोड से अधिक कामगारों ने भारत बंद बुलाया और मैं इन सबको सलाम करता हूं।'