मूल मुद्दों से ध्यान हटाती भाजपा, कांग्रेस को मोदी और जेटली के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है
कांग्रेस ने वंशवाद की राजनीति पर पलटवार करते हुए कहा है कि भाजपा को पहले खुद के दामन में झांकना चाहिए।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। वंशवाद पर भाजपा की ओर से सवाल पर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए सत्तारुढ़ पार्टी अपनी विफलता को छिपाने की कोशिश में जुटी हुई है। भाजपा खराब वित्तीय हालत, रोजगार की किल्लत और ग्रामीणों के पलायन जैसे गंभीर मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 133 साल पुरानी पार्टी को किसी के प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है।
भाजपा नेता अरुण जेटली ने वंशवाद को लेकर कांग्रेस की जमकर आलोचना की है। इसके जवाब में कांग्रेस ने अपने बयान में भाजपा समेत उसके गठबंधन राजग के घटक दलों के प्रमुख नेताओं के वंशवाद का ब्यौरा दिया है, जिसमें उन्होंने एक दर्जन से अधिक नेताओं के नाम भी दिये हैं।
कांग्रेस ने अपने बयान में भाजपा नेता अरुण जेटली पर हमला बोलते हुए कहा है कि वह देश के लोगों को मूल मुद्दे से ब्लॉग लिखकर भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। बयान में कांग्रेस पार्टी की 133 साल पुरानी विरासत का ब्यौरा भी दिया गया है, जिसके 87 अध्यक्ष रह चुके हैं। उसे अब नरेंद्र मोदी और अरुण जेटली के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है।
कांग्रेस ने कहा है कि राजग सरकार ने सिर्फ पांच सालो में 4.7 करोड़ रोजगार खत्म कर दिये हैं। उसे आत्म निरीक्षण की आवश्कता है। देश को स्वतंत्रता संग्राम में कांग्रेस के संघर्ष के बारे में किसी को सवाल करने की आवश्यकता नहीं है।
कांग्रेस ने वंशवाद की राजनीति पर कहा है कि भाजपा को इसका बहुत शौक है। जबकि उसे खुद के दामन में झांकना चाहिए। कांग्रेस ने भाजपा को विधानसभा के पिछले चुनावों में मिली हार की याद दिलाते हुए उससे सवाल करते हुए कहा है जनता है सब जानती है।