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SSC पेपर लीक मामले में जितेंद्र सिंह को हटाने की कांग्रेस ने की मांग

एसएससी की आनलाइन परीक्षा के लिए चयनित निजी एजेंसियों के परीक्षा केंद्र की सीसीटीवी रिकार्डिंग और सरकारी पर्यवेक्षक की निगरानी में भी खामी का सुरजेवाला ने दावा किया।

By Tilak RajEdited By: Published: Mon, 19 Mar 2018 07:27 PM (IST)Updated: Mon, 19 Mar 2018 07:27 PM (IST)
SSC पेपर लीक मामले में जितेंद्र सिंह को हटाने की कांग्रेस ने की मांग
SSC पेपर लीक मामले में जितेंद्र सिंह को हटाने की कांग्रेस ने की मांग

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। एसएससी परीक्षाओं के पेपर लीक होने के मामलों को नौकरियों का सबसे बड़ा घोटाला करार देते हुए कांग्रेस ने सरकार से निष्पक्ष जांच के लिए एसएससी के चेयरमैन असीम खुराना के साथ केंद्रीय कार्मिक राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह को पद से हटाने की मांग की है। एसएससी की प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक होने पर संसदीय समिति की रिपोर्ट का हवाला देते हुए पार्टी ने कहा कि निष्पक्ष और समयबद्ध जांच कराकर ही एसएससी पर युवाओं के टूटे भरोसे को बहाल किया जा सकता है। पार्टी ने दावा किया कि पैसे का खेल कर नौकरियों को बेचा जा रहा और सरकार इसके खिलाफ आवाज उठा रहे छात्रों की सुनवाई नहीं कर रही।

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एसएससी के पेपर लीक होने के मामले को गरमाने के लिए कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने विशेष प्रेस कांफ्रेंस कर जितेंद्र सिंह और खुराना को पदमुक्त करने की मांग की। उनका कहना था कि सरकारी रिकार्ड के आधार पर अब तक एसएससी की 10 परीक्षाओं के पेपर लीक हुए हैं और इसमें लाखों युवाओं का भविष्य दांव पर लग गया है। बीते चार साल में लीक परीक्षाओं के पेपर का आंकड़ा देते हुए उन्होंने कहा कि इसके बावजूद एनडीए सरकार ने इसकी सुध नहीं ली और सीबीआई जांच केवल एक परीक्षा तक सीमित है।

एसएससी की परीक्षा प्रणाली को पेपर लीक घोटाले के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए सुरजेवाला ने कहा कि इस संस्था ने परीक्षा की निष्पक्षता सुनिश्चित करने की अपनी ही शर्तों को धता बता दिया है। परीक्षा आनलाइन करने के लिए एसएससी की निविदा में साफ है कि सरकारी कंप्यूटर प्रणाली से दो घंटे पहले सरकारी पर्यवेक्षक की निगरानी में साफ्टवेयर अपलोड होगा। मगर हकीकत में एसएससी ने ऐसा कुछ नहीं किया और सब कुछ निजी कंपनी के हवाले कर रखा है, जिसकी वजह से पैसे लेकर पेपर लीक करने का खेल चल रहा है। साफ है कि एसएससी की वैधता पर ही इससे गंभीर सवाल उठता है। कांग्रेस प्रवक्ता ने दावा किया कि एसएससी गृह मंत्रालय के उस दिशा-निर्देश की धज्जियां भी उड़ा रहा, जिसमें कहा गया है कि सरकारी संस्थाओं के सभी साफ्टवेयर और हार्डवेयर का सुरक्षा आडिट सरकारी एजेंसियों से कराया जाएगा।

एसएससी की आनलाइन परीक्षा के लिए चयनित निजी एजेंसियों के परीक्षा केंद्र की सीसीटीवी रिकार्डिंग और सरकारी पर्यवेक्षक की निगरानी में भी खामी का सुरजेवाला ने दावा किया। मीडिया में पेपर लीक मामलों से जुड़े तमाम दस्तावेज जारी करते हुए उन्होंने कहा कि केवल कुछ सौ-पचास केंद्रों पर ही सीसीटीवी की रिकार्डिंग हुई है और सैकड़ों परीक्षा केंद्रों में न कोई रिकार्डिंग हुई, न ही सरकारी पर्यवेक्षक भेजे गए। सुरजेवाला ने कहा कि 50 हजार नौकरियों के लिए हर साल एसएससी में दो करोड़ युवा शामिल होते हैं और उन सबका भरोसा पेपर लीक होने से टूट गया है। इसीलिए सरकार गंभीरता से इन घपलों की निष्पक्ष जांच करा परीक्षाओं की विश्वसनीयता बहाल करे।


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