कांग्रेस ने येदयुरप्पा सरकार को बताया 'नाजायज' सरकार, बर्खास्त करने की मांग
कांग्रेस ने कर्नाटक की येदयुरप्पा सरकार को कानून और संविधान के नजरिए से नाजायज सरकार बताया।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कर्नाटक के बागी विधायकों को लेकर बुधवार को आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कांग्रेस ने केंद्र और येदयुरप्पा सरकार पर तीखे हमले बोले। कर्नाटक की येदयुरप्पा सरकार को कानून और संविधान के नजरिए से 'नाजायज' सरकार बताते हुए कहा कि ऐसी सरकार को तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए। साथ ही पूरे मामले में येदयुरप्पा और अमित शाह की भूमिका की जांच की भी मांग की।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी, रणदीप सुरजेवाला और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से साफ हो गया है कि भाजपा ने कर्नाटक की जेडीएस-कांग्रेस की चुनी हुई सरकार को जबरन गिराया था।
उन्होंने कहा कि कोर्ट ने जिस तरह से विधायकों की सदस्यता को समाप्त करने के फैसले को सही माना है, उससे आपरेशन लोटस की पोल खोल दी है। साथ ही यह भी आरोप लगाया कि भाजपा ने सत्ता का यह खेल सिर्फ कर्नाटक तक ही नहीं,बल्कि गोवा सहित कई राज्यों में खेला गया। सिंघवी ने कहा कि इस फैसले से यह भी साफ हो गया है कि इस्तीफे से दल-बदल ठीक नहीं हो सकता है। अगर आप भगोड़े है, तो भगोड़े ही रहेंगे।
इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने भी मनी बिल को लेकर सरकार को घेरा और कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को जिस तरीके से ट्रिब्यूनल के फैसले को मनी बिल के रुप में लाए जाने के मुद्दे को शीर्ष पीठ को भेजे जाने की सिफारिश की है। उससे साफ है कि सरकार को आने वाले दिनों में मनी बिल के इस्तेमाल से बचना चाहिए। ट्रिब्यूनल को लेकर सुप्रीम कोर्ट के दिए गए फैसले को उन्होंने राज्यसभा की जीत बताई। उन्होंने कहा कि सरकार के इस रवैए के खिलाफ उन्होंने पार्टी की ओर से खुद ही याचिका दाखिल की थी।