कांग्रेस का योगी सरकार पर हमला, कहा- चिन्मयानंद को दे रही संरक्षण
कांग्रेस छात्रा की आत्मदाह की धमकी के बाद भी भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की चुप्पी पर उठाए सवाल।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कांग्रेस ने एक छात्रा का यौन उत्पीड़न करने के गंभीर आरोपों में घिरे भाजपा नेता स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ कार्रवाई में नरमी बरतने को लेकर उत्तरप्रदेश सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। पूर्वी उत्तरप्रदेश की प्रभारी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कार्रवाई करने में हो रही देरी को लापरवाही करार देते हुए आरोप लगाया कि उन्नाव दुष्कर्म कांड की तरह शाहजहांपुर मामले के आरोपियों को भी संरक्षण देने की कोशिश हो रही है।
चिन्मयानंद की अब तक गिरफ्तारी नहीं होने पर सवाल उठाने के लिए प्रियंका ने ट्वीट कर उत्तरप्रदेश सरकार पर निशाना साधा। वहीं कांग्रेस ने प्रेस कांफ्रेंस कर भाजपा की शीर्ष महिला नेताओं और प्रधानमंत्री की इस मामले में चुप्पी पर प्रश्न उठाया। प्रियंका ने कहा 'उन्नाव बलात्कार मामले में भाजपा सरकार और पुलिस की लापरवाही व आरोपी को संरक्षण दिए जाने का हश्र सबके सामने है। अब भाजपा सरकार और उत्तरप्रदेश पुलिस शाहजहांपुर मामले में वही दुहरा रही है। पीडि़ता भय में है। लेकिन भाजपा सरकार पता नहीं किस चीज का इंतजार कर रही है।'
प्रियंका के प्रहार के बाद कांग्रेस ने अपनी दो महिला प्रवक्ताओं शर्मिष्ठा मुखर्जी और सुप्रिया श्रीनेत के जरिए चिन्मयानंद के साथ नरमी बरते जाने पर उत्तरप्रदेश सरकार व भाजपा नेतृत्व पर निशाना साधा। शर्मिष्ठा ने कहा कि चिन्मयानंद के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं कर भाजपा सरकार यही संदेश दे रही है कि वह पीडि़त छात्रा के साथ नहीं बल्कि आरोपी की मदद कर रही है। साधारण परिवार की लड़की का यौन शोषण बेहद गंभीर मसला है मगर सरकार का रवैया उसकी असंवेदनशीलता को दर्शाता है।
शर्मिष्ठा ने कहा कि चाहे उन्नाव कांड को हो या चिन्मयानंद का प्रकरण महिलाओं के प्रति गंभीर अपराधों के मामले में भाजपा पीडि़तों के साथ नहीं बल्कि अपने नेताओं के समर्थन में खड़ी है। जबकि सुप्रिया श्रीनेत ने इस बात पर अचरज और दुख जाहिर किया कि चिन्मयानंद के खिलाफ दुष्कर्म के गंभीर मामले के बावजूद भाजपा की वरिष्ठ महिला नेताओं ने अब तक कुछ भी कहना मुनासिब नहीं समझा है।
उन्होंने कहा कि पीडि़त छात्रा ने मजिस्ट्रेट के समक्ष धारा 164 के तहत चिन्मयानंद पर एक साल से अधिक समय तक दुष्कर्म करने का बयान दर्ज कराया है और फिर भी कार्रवाई नहीं होना कानून के शासन की बात का मजाक है। सुप्रिया ने कहा कि चिन्मयानंद की गिरफ्तारी नहीं होने की स्थिति में आत्मदाह करने का छात्रा का बयान बेहद चिंताजनक है और इस मामले में प्रधानमंत्री तथा गृहमंत्री की चुप्पी गंभीर सवाल खड़े करती है।