कांग्रेस ने केंद्र पर बोला हमला- कई राज्यों में छिपाए जा रहे मौत के आंकड़े, जांच की मांग भी उठाई
कांग्रेस ने गुजरात में ढाई महीने के अंदर दोगुनी संख्या में मृत्यु प्रमाणपत्र जारी होने और उत्तर प्रदेश में गंगा नदी के किनारे बड़ी संख्या में शव दफनाए जाने पर गहरी चिंता जाहिर की है। जानें क्या कहा...
नई दिल्ली, जेएनएन। कांग्रेस ने गुजरात में ढाई महीने के अंदर दोगुनी संख्या में मृत्यु प्रमाणपत्र जारी होने और उत्तर प्रदेश में गंगा नदी के किनारे बड़ी संख्या में शव दफनाए जाने पर गहरी चिंता जाहिर की है। पार्टी को आशंका है कि कुछ राज्य सरकारें कोरोना महामारी से हो रही मौत के आंकड़ों को दबाने में जुटी हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा।
मांगें मृत्यु प्रमाण पत्र का आंकड़ा
कांग्रेस नेता पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम और पार्टी महासचिव शक्ति सिंह गोहिल ने प्रेस कांफ्रेंस में गुजरात में कोरोना के चलते हो रही मौतों का पर्दाफाश करने के लिए स्थानीय मीडिया को बधाई देते हुए कहा कि सभी प्रदेश कांग्रेस कमेटियों को भी अपने राज्यों में सरकारों से मृत्यु प्रमाण पत्र का आंकड़ा मांगना चाहिए। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में कोरोना से जुड़ी सुनवाई में इस मामले को उठाया जा सकता है।
मौतों का आंकड़ा दबा रही सरकारें
चिदंबरम और गोहिल ने कहा कि एक मार्च 2021 से 10 मई के बीच गुजरात में लगभग 1,23,000 मृत्यु प्रमाणपत्र जारी हुए जबकि 2020 में इसी अवधि में 58,000 मृत्यु प्रमाणपत्र जारी किए गए थे। लगभग 65,000 मृत्यु प्रमाणपत्रों की वृद्धि चौंकाने वाली है। यह बढ़ोतरी मौतों की संख्या में होने वाली स्वाभाविक वार्षिक वृद्धि नहीं हो सकती। जबकि गुजरात सरकार ने आधिकारिक रूप से कोरोना से होने वाली केवल 4,218 मौतों की बात स्वीकार की है। इसीलिए हमें शक है कि केंद्र सरकार की सरपरस्ती में कुछ राज्य सरकारें कोरोना की मौतों का आंकड़ा दबा रही हैं।
राहुल ने कसा तंज
वहीं राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश में गंगा के किनारों पर 2000 से अधिक शव दफनाए जाने की खबर पर अपने टवीट में पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि जो कहता था गंगा ने बुलाया है, उसने मां गंगा को रुलाया है। चिदंबरम और गोहिल दोनों ने कहा कि उत्तर प्रदेश में शवों को गुपचुप दफनाया जाना कोविड से होने वाली मौतों की वास्तविक संख्या को दबाने का शर्मनाक प्रयास है।
भाजपा का पलटवार
कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए भाजपा ने अखिलेश यादव राज में भी गंगा में बहते पाए गए शवों की खबर सामने रख दी। जनवरी 2015 की इस घटना में कानपुर और उन्नाव के बीच गंगा में लगभग सौ शव पाए गए थे। भाजपा के सोशल मीडिया प्रभारी अमित मालवीय ने उस खबर को ट्वीट कर परोक्ष रूप से राहुल गांधी को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि गंगा में पहली बार शव नहीं मिले हैं। उस वक्त उप्र के अधिकारियों ने कहा था कि कुछ लोग मुक्ति के लिए शवों को गंगा में बहा देते हैं।