संसद में गूजा मुजफ्फरपुर शेल्टर होम दुष्कर्म का मुद्दा, सबूतों से छेड़छाड़ का आरोप
मुजफ्फरपुर मामले पर नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि गृह मंत्री सदन में है तो उन्हें जवाब देने में क्या आपत्ति है।
नई दिल्ली, जेएनएन। बिहार के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम दुष्कर्म का मुद्दा सड़क से संसद तक गूंज रहा है। सोमवार को कांग्रेस और आरजेडी ने इस मुद्दे को लोकसभा में उठाया। संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही लोकसभा में कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने मुजफ्फरपुर मामले पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दे दिया था। कांग्रेस इस मुद्दे पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह के जवाब की मांग कर रही है।
कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने लोकसभा में मुजफ्फरपुर दुष्कर्म कांड का मुद्दा उठाया। उन्होंने सवाल उठाया कि बच्चियों की सुरक्षा का इंतजाम क्यों नहीं किया गया? वह बोलीं, 'हमने सदन से आपराधिक कानून पास किया, लेकिन सबूत मिटा दिए जाएंगे तो पीड़ितों को कैसे न्याय मिलेगा? शेल्टर होम में जिन 40 लड़कियों के दुष्कर्म की पुष्टि हुई थी उन्हें 3 जगह शिप्ट कर दिया गया। इस पर जिला पुलिस द्वारा डेढ़ महीने बाद रिपोर्ट दी पाती है। दुष्कर्म कांड की मुख्य गवाह को मधुबनी रखा गया, जहां से वह गायब है।' सांसद ने 14 संस्थाओं की जांच की मांग की जहां से बच्चियां गायब हैं। उन्होंने गृह मंत्री राजनाथ सिंह से इस मामले में कार्रवाई की मांग की।
आरजेडी सांसद जयप्रकाश यादव ने भी मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मुद्दे को सदन में उठाया। उन्होंने इस मामले में राज्य सरकार का हाथ होने का आरोप लगाया। जयप्रकाश यादव ने कहा कि बच्चियों के साथ दुष्कर्म हुआ और उनके साथ बहुत की खराब व्यवहार किया गया। स्पीकर ने इस मामले पर हंगामा कर रहे सांसदों से कहा कि सीबीआइ जांच चल रही है और ऐसे में अब गृह मंत्री के जवाब देने का कोई मतलब नहीं है।
स्पीकर सुमित्रा महाजन ने रंजीत रंजन और जेपी यादव से कहा कि आप दोनों ने जो मामला उठाया है वो सिर्फ आपका मामला नहीं है। महिलाओं पर अत्याचार कोई भी सहन नहीं कर सकता, इसीलिए सरकार ने सीबीआइ जांच कराने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही संवेदनशील मामला है और मेरी भी सरकार से मांग है कि जांच एकदम ठीक ढंग से कराई जाए।
मुजफ्फरपुर मामले पर नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि गृह मंत्री सदन में है तो उन्हें जवाब देने में क्या आपत्ति है। खड़गे ने कहा कि जो लोगों की आपत्ति है उसपर गृह मंत्री को सफाई देनी चाहिए। हालांकि लोकसभा में केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि कई बार यह मुद्दा सदन में उठा है और गृहमंत्री भी कई बार जवाब दे चुके हैं। उन्होंने कहा कि सीबीआई जांच निष्पक्ष होगी और जो सांसदों के मुद्दे हैं उन्हें भी गृहमंत्री के संज्ञान में लाया जाएगा।