कर्नाटक फार्मूले से एक हुए जेडीएस-कांग्रेस, 2019 में साथ लड़ेंगे लोकसभा चुनाव
6 जून को कर्नाटक मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। कांग्रेस के 22 और जेडीएस के 12 मंत्री शपथ लेंगे।
नई दिल्ली (जेएनएन)। कर्नाटक में गठबंधन के फॉर्मूले से सत्ता तक पहुंची जेडीएस और कांग्रेस ने 2019 के चुनावों में भी हाथ मिलाने का फैसला कर लिया है। आगामी लोकसभा चुनाव में दोनों पार्टियां मिलकर लड़ेंगी। कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि दोनों पार्टियों ने तय कर लिया है, सीटों का बंटवारा भी गठबंधन के आधार पर ही होगा। बता दें कि अगले लोकसभा चुनावों में कई विपक्षी पार्टियां भाजपा का विजय रथ रोकने एक साथ आ रही हैं। कुमारस्वामी के शपथग्रहण समारोह में विपक्षी गठबंधन की एक झलक भी दिखी।
हालांकि, कांग्रेस-जेडीएस के कर्नाटक में साथ आने के बाद चर्चा थी कि दोनों दल लोकसभा चुनाव तक साथ नहीं रह पाएंगे। लेकिन फिलहाल के लिए कांग्रेस ने इन चर्चाओं पर विराम लगा दिया है। साथ ही ये भी संदेश देने की कोशिश की है कि उनका जेडीएस के साथ गठबंधन मजबूत है और लंबा चलेगा।
इसके अलावा कई दिनों तक चली बातचीत के बाद दोनों पार्टियों में विभागों के बंटवारे को लेकर सहमति बन गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने बताया कि वित्त विभाग जेडीएस के पास रहेगा। वेणुगोपाल ने कहा कि कैबिनेट के लिए विभागों के बंटवारे पर सहमति बन गई है और सब कुछ तय हो गया है।
22-12 के फॉर्मूले पर मंत्रिमंडल का बंटवारा
कांग्रेस का 'हाथ' थाम सत्ता तक पहुंची जेडीएस ने उसे इनाम में बड़ी भागीदारी दी है। गठबंधन सरकार में कांग्रेस के 22 और जेडीएस के 12 मंत्री होंगे। बंटवारे में कांग्रेस को गृह, सिंचाई, स्वास्थ्य, कृषि के अलावा महिला और बाल कल्याण विभाग आदि मिले हैं, वहीं जेडीएस ने वित्त और आबकारी के अलावा लोक निर्माण, शिक्षा, पर्यटन और परिवहन जैसे मंत्रालाय अपने पास रखे हैं। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री ने बताया कि 6 जून को मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। जी परमेश्वर ने बताया कि वो कर्नाटक की जनता को बेहतर सरकार देंगे।
सत्ता तक सफर पर एक नजर
कर्नाटक में हाल ही में विधानसभा चुनाव हुए हैं। जिनमें किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है। चुनाव परिणाम आने के बाद कांग्रेस के बढ़ाए 'हाथ' को थाम जेडीएस ने सत्ता की चाबी अपने हाथ में ले ली। हालांकि अभी तक मुख्यमंत्री के तौर पर कुमार स्वामी और उपमुख्यमंत्री के तौर पर कांग्रेस के जी. परमेश्वर ने शपथ ली है।
अभी तक कर्नाटक में मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हुआ है। मंत्रिमंडल को लेकर दोनों पार्टियों के बीच एक हफ्ते से भी लंबे समय से बातचीत चल रही है। जिस पर अब सहमति बनी है। सूत्रों की मानें तो कर्नाटक में कांग्रेस कोटे से सबसे ज्यादा मंत्री बनाए जाएंगे। ऐसा होना संभव भी है क्योंकि कांग्रेस के पास जेडीएस के मुकाबले ज्यादा विधायक हैं।