चुनावी बांड में घपले पर भाजपा के खिलाफ संसद के बाहर और भीतर आक्रामक हुई कांग्रेस
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि भाजपा को जब भी सियासी खरीद-फरोख्त की जरूरत होती है तो चुनावी बांड जारी कर दिया जाता है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। चुनावी बांड में घपले पर सरकार की घेरेबंदी कर रही कांग्रेस ने दूसरे विपक्षी दलों को साथ लेकर सरकार पर इस मामले में में दबाव बढ़ा दिया है। चुनावी बांड को भ्रष्टाचार को कानूनी जामा पहनाने सरीखा करार देते हुए कांग्रेस ने संसद के भीतर और बाहर इसके खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से स्पष्टीकरण की मांग की।
प्रियंका ने चुनावी बांड में भ्रष्टाचार को लेकर सरकार पर दागे सवाल
सरकार पर अविध समाप्त हो जाने के बाद भी स्टेट बैंक आफ इंडिया पर दबाव डालकर बांड को स्वीकार करने का आरोप भी लगाया। संसद के बाहर और भीतर कांग्रेस ने जहां पीएम से इस मुद्दे पर चुप्पी तोड़ने की मांग उठाई वहीं पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने चुनावी बांड में भ्रष्टाचार को लेकर सरकार पर सवाल दागे।
चुनावी बांड पर राज्यसभा में कांग्रेस सांसदों ने किया हंगामा
चुनावी बांड के जरिए राजनीतिक दलों को कारपोरेट घरानों से दिए गए चंदे का करीब 95 फीसद अकेले भाजपा को दिए जाने का तथ्य सामने आने के बाद से ही कांग्रेस ने सरकार की घेरेबंदी शुरू की है। राज्यसभा में भी शुक्रवार को कांग्रेस ने कार्यस्थगन प्रस्ताव के जरिये इसे उठाने का प्रयास किया मगर सभापति वेंकैया नायडू ने इसकी अनुमति नहीं दी तो पार्टी सांसदों ने हंगामा किया।
चुनावी बांड से चंदे का खेल राजनीतिक भ्रष्टाचार को कानूनी जामा पहनाना है
वहीं संसद परिसर में सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले राज्यसभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद की अगुआई में कांग्रेस सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन कर पीएम से जवाब मांगा। लोकसभा में गुरूवार को सरकार को घेरने वाले कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि चुनावी बांड से चंदे का खेल वास्तव में राजनीतिक भ्रष्टाचार को कानूनी जामा पहनाना है।
इलेक्टोरल बांड के जरिये चंदा लेने के मामले में सियासी घमासान
चुनावी चंदे पर भाजपा की आक्रामक घेरेबंदी के कांग्रेस के इस अभियान को धार देने के लिए प्रियंका गांधी ने भी सवालों के जरिये मोर्चा खोल दिया। प्रियंका ने ट्वीट में कहा कि 'इलेक्टोरल बांड के जरिये चंदा लेने के मामले में एक रिपोर्ट ने चार खुलासे किए हैं। कल भाजपा सरकार के मंत्री ने एक रटा रटाया कागज प्रेस के सामने पढ़ दिया, लेकिन कई प्रश्नों के जवाब कहां हैं?' प्रियंका ने इसके साथ ही सरकार पर तीन सवाल दागे और पूछा कि क्या यह सच है कि आरबीआई और चुनाव आयोग की आपत्तियों को नकारा गया? दूसरा रिपोर्ट में लिखा गया है कि प्रधानमंत्री ने कर्नाटक चुनाव के दौरान गैर-कानूनी तरीके से बांड की बिक्री की अनुमति दी? क्या यह सच है और तीसरा चंदा देने वाले की पहचान गोपनीय है-क्या सरकार ने ये झूठ बोला?
सरकार है या झूठ की फैक्ट्री- सुरजेवाला
कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने एक दूसरी रिपोर्ट का हवाला देते हुए सरकार पर गैर-कानूनी तरीके से एसबीआई को अवधि समाप्त हो चुके बांड को भी स्वीकार करने के लिए बाध्य किया। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि ये सरकार है या झूठ की फैक्ट्री, खुलेआम चोरी और उपर से सीनाजोरी। कांग्रेस को इस मसले पर अब दूसरे विपक्षी दलों का साथ भी मिलने लगा है।
चुनावी बांड राजनीतिक भ्रष्टाचार का कानूनी जरिया बना दिया- माकपा
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि चुनावी बांड राजनीतिक भ्रष्टाचार का कानूनी जरिया बना दिया गया है और भाजपा को जब भी सियासी खरीद-फरोख्त की जरूरत होती है तो चुनावी बांड जारी कर दिया जाता है। भाकपा महासचिव डी राजा ने कहा कि वामपंथी पार्टियां शुरू से कारपोरेट घराने की राजनीतिक फंडिग का विरोध करती रही हैं।
अब भाजपा को मिर्ची की संपत्ति खरीद-बेच से जुड़ी कंपनी से चंदा लेने पर कांग्रेस ने घेरा
चुनावी बांड में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर सरकार की घेरेबंदी कर रही विपक्षी पार्टियों को आतंकी इकबाल मिर्ची की संपत्ति खरीदने वाली कंपनी की ओर से भाजपा को चंदा दिए जाने की रिपोर्ट ने उस पर हमले का एक और हथियार दे दिया। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि 1993 के मुंबई ब्लास्ट के सरगना इकबाल मिर्ची की संपत्तियों को खरीदने वाली जिस कंपनी की ईडी जांच कर रही है उसने भाजपा को करोड़ों रुपये के चंदे दिए हैं।
चंदा लेने में भाजपा का कमाल- सुरजेवाला
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक मीडिया की खबर का हवाला देते हुए ट्वीट कर कहा कि 'चंदा लेने में भाजपा का कमाल, करोडों का चंदा एक ऐसी कंपनी से लिया जिस पर दाउद इब्राहिम के साथी आतंकी इकबाल मिर्ची की संपत्ति खरीद-बेच की सांठ-गांठ का इल्जाम है। क्या यही है झूठा राष्ट्रवाद? क्या ये देशद्रोह नहीं अमित शाहजी?' वामदलों के नेताओं ने भी इसको लेकर भाजपा और सरकार पर तीखे सवाल दागे हैं।