कर्नाटक में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर नड्डा से मिले सीएम बसवराज बोम्मई, दावेदारों के नाम पर अंतिम फैसला आज
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने अपने मंत्रिमंडल के विस्तार पर भाजपा अध्यक्ष के साथ चर्चा की। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक उन्होंने कहा कि कर्नाटक में मंत्रिमंडल विस्तार के मसले पर भाजपा अध्यक्ष से विस्तृत चर्चा हुई। मुख्यमंत्री उम्मीद जताई की अंतिम सूची मंगलवार को आ सकती है।
नई दिल्ली, एजेंसियां। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सोमवार को अपने मंत्रिमंडल के विस्तार के मुद्दे पर भाजपा अध्यक्ष के साथ चर्चा की। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक उन्होंने कहा कि कर्नाटक में मंत्रिमंडल विस्तार के मसले पर भाजपा अध्यक्ष से विस्तृत चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई की अंतिम सूची मंगलवार शाम तक आ सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि कैबिनेट विस्तार बुधवार को हो सकता है। पुरानी टीम को देखते हुए संतुलित तरीके से कैबिनेट का विस्तार किया जाएगा।
नामों पर एक घंटे तक मंथन
पीटीआइ के मुताबिक भाजपा अध्यक्ष के साथ बैठक में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष नलिन कुमार कतील भी मौजूद थे। करीब एक घंटे तक चली बैठक के बाद बोम्मई ने संवादाताओं को बताया कि संभावित नामों की एक सूची पर चर्चा हुई। अब अंतिम फैसला भाजपा अध्यक्ष लेंगे। भाजपा केंद्रीय नेतृत्व के बीच इस पर एक बार और चर्चा होगी जिसके बाद इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम एक विश्वसनीय मंत्रिपरिषद देना चाहते हैं।
धर्मेंद्र प्रधान से भी मुलाकात की
मुख्यमंत्री ने भाजपा महासचिव बीएल संतोष और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से भी मुलाकात की। हालांकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनकी मुलाकात नहीं हो पाई। सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बोम्मई और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच रविवार रात को भी चर्चा का एक दौर चला था। बोम्मई ने कहा, 'मौजूदा स्थिति में सभी को साथ लेकर चलने का प्रयास किया जाएगा।' बता दें कि बोम्मई ने बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद 28 जुलाई को कर्नाटक के मुख्यमंत्री की शपथ ली है।
सिद्दारमैया ने कसा तंज
समाचार एजेंसी आइएएनएस के अनुसार, कर्नाटक में नेता प्रतिपक्ष सिद्दारमैया ने कहा कि भाजपा हाईकमान को राज्य की परिस्थितियों को समझना चाहिए और मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई को बार-बार दिल्ली का चक्कर लगाने के लिए मजबूर नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा, 'मुख्यमंत्री बेंगलुरु व दिल्ली के बीच चक्कर लगा रहे हैं। वह एक बार दिल्ली जाते तो बात समझ में आती है, लेकिन कई बार क्यों?' पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता ने कहा कि राज्य में कोरोना की स्थितियां खराब हो रही हैं और मुख्यमंत्री दिल्ली के चक्कर लगाने में व्यस्त हैं। भाजपा विधायक दिल्ली का चक्कर लगा रहे हैं। ऐसा लगता है कि उन्हें लोगों की जान से ज्यादा कुर्सी की चिंता है।