गणतंत्र दिवस पर आसियान नेताओं की मौजूदगी पर चीन की सधी प्रतिक्रिया
गणतंत्र दिवस पर आसियान नेताओं की मौजूदगी पर चीन ने सधी हुई प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि हम सभी इस संबंध में सकारात्मक भूमिका निभा सकते हैं।
बीजिंग (प्रेट्र/आइएएनएस)। चीन ने गणतंत्र दिवस पर भारत द्वारा आसियान नेताओं की मेजबानी को लेकर नपी-तुली प्रतिक्रिया जताई है। उसने कहा कि इससे क्षेत्र में शांति, स्थिरता और विकास कायम करने में मदद मिलेगी।
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनिइंग ने कहा, उम्मीद है सभी देश क्षेत्र में शांति, स्थिरता और विकास के लिए मिलकर काम कर करेंगे। हम सभी इस संबंध में सकारात्मक भूमिका निभा सकते हैं। आसियान देशों के साथ भारत का दोस्ताना और सहयोग संबंध बनाना सही है।
हुआ चुनिइंग ने आसियान नेताओं की भारत की मेजबानी के संबंध में मीडिया में आई रिपोर्ट की निंदा की। रिपोर्ट में कहा गया है कि क्षेत्र में चीन का प्रभाव कम करने के मकसद से भारत ने यह कदम उठाया। गौरतलब है कि भारत-आसियान संबंध के 25 वर्ष होने पर भारत ने मैत्री सम्मेलन के लिए आसियान नेताओं को न्योता दिया। 10 आसियान नेता शुक्रवार को गणतंत्र दिवस परेड के मुख्य अतिथि होंगे।
आपको बता दें कि चीन के साथ तल्ख होते रिश्तों के बाद अपनी 'लुक ईस्ट नीति' को धार देने में जुटे भारतीय कूटनीति के लिए अगले दो दिन बेहद महत्वपूर्ण होंगे। भारत के साथ आसियान के नेताओं को अहम बैठक आज से शुरू गई है। एशिया के सबसे मजबूत संगठन आसियान के दस सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों या उनकी सरकारों के प्रमुखों के साथ पीएम नरेंद्र मोदी की इस बैठक पर एशिया की ही नहीं, दूसरे महाद्वीपों के देशों की भी नजरें टिकी हुई हैं। चीन की बढ़ती ताकत के खिलाफ एशिया में हो रही लामबंदी को देखते हुए इस बैठक की अहमियत तो है ही, लेकिन भारत इन देशों के रक्षा क्षेत्र में अपना बड़ा बाजार भी देख रहा है।
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