इंदिरा गांधी की जयंती पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री आज करेंगे दाई-दीदी क्लीनिक का शुभारंभ
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती के मौके पर गुरुवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दाई-दीदी क्लीनिक योजना का शुभारंभ करेंगे। यह क्लीनिक मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत शुरू की जा रही है। मुख्यमंत्री बघेल सुबह 11 बजे कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन जाएंगे।
रायपुर, राज्य ब्यूरो। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती के मौके पर गुरुवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दाई-दीदी क्लीनिक योजना का शुभारंभ करेंगे। यह क्लीनिक मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत शुरू की जा रही है। इससे पहले मुख्यमंत्री बघेल सुबह 11 बजे कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन जाएंगे। वहां इंदिरा गांधी की जयंती पर आयोजित पुष्पांजलि अर्पण कार्यक्रम में शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के नए कार्यालय का लोकार्पण करेंगे
इसके अलावा मुख्यमंत्री बघेल दोपहर 12 बजे नवा रायपुर स्थित छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के नए कार्यालय का लोकार्पण भी करेंगे तथा शाम पांच से छह बजे तक अपने निवास कार्यालय में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इंदिरा प्रियदर्शिनी नेचर सफारी मोहरेंगा का लोकार्पण, तेंदूपत्ता संग्राहकों के प्रतिभाशाली बच्चों को प्रोत्साहन राशि का वितरण और टेनिस स्पोर्ट्स अकादमी रायपुर का भूमि पूजन करेंगे।
आइआइएम रायपुर के ई-एमबीए में आवेदन 30 नवंबर तक
नवा रायपुर स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान (आइआइएम) में ई-एमबीए पाठ्यक्रम के तहत इस साल दिसंबर से पढ़ाई शुरू हो जाएगी। दो वर्षीय ऑनलाइन एमबीए कोर्स के लिए दो वर्ष की नौकरी कर चुके स्नातक अभ्यर्थी 30 नवंबर तक आवेदन कर सकेंगे। हाइब्रिड मोड के नाम से शुरू हो रहे ई-एमबीए पाठ्यक्रम में कुल 180 सीटों के लिए देशभर से आवेदन आ रहे हैं। टेस्ट और साक्षात्कार के आधार पर नामांकन होगा। पाठ्यक्रम की कुल फीस नौ लाख रुपये है।
ई-एमबीए पाठ्यक्रम शुरू करने वाला एकमात्र आइआइएम रायपुर
आइआइएम रायपुर के डायरेक्टर प्रो. भरत भास्कर ने बताया कि कोर्स का डिजाइन मार्च में पूरा कर लिया गया था, लेकिन कोरोना की वजह से शुरू नहीं हो पाया। नई तैयारी के साथ पाठ्यक्रम के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 नवंबर रखी गई है। अब तक 665 आवेदन मिले हैं। ई-एमबीए पाठ्यक्रम शुरू करने वाला आइआइएम रायपुर देश का पहला और एकमात्र संस्थान है। देश में संचालित अन्य आइआइएम में नियमित एमबीए पाठ्यक्रम चल रहे हैं।
ई-पाठ्यक्रम के प्रति रुझान
प्रो.भास्कर ने बताया कि ई-पाठ्यक्रम के लिए रुुझान दिख रहा है। इस कोर्स में छात्रों को संस्थान आने की जरूरत नहीं होगी। छात्र अपने कार्यालय या घर में कंप्यूटर के माध्यम से पूरी पढ़ाई कर सकते हैं। यह पाठ्यक्रम नौकरी कर रहे और करियर में प्रगति चाहने वालों के लिए महत्वपूर्ण है।