Move to Jagran APP

एनडीए के अर्थव्यवस्था कुप्रबंधन से देश में बढ़ी गरीबों की संख्या: कांग्रेस

आर्थिक प्रस्ताव पेश करते हुए चिदंबरम ने कहा कि कांग्रेस अर्थव्यवस्था को संकटों से उबार कर पहले भी ले आयी है और हम आगे भी यह करेंगे।

By Kishor JoshiEdited By: Published: Sun, 18 Mar 2018 07:03 PM (IST)Updated: Sun, 18 Mar 2018 07:03 PM (IST)
एनडीए के अर्थव्यवस्था कुप्रबंधन से देश में बढ़ी गरीबों की संख्या: कांग्रेस
एनडीए के अर्थव्यवस्था कुप्रबंधन से देश में बढ़ी गरीबों की संख्या: कांग्रेस

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस ने एनडीए सरकार पर आर्थिक कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रबंधन की नाकामियों की वजह से देश की अर्थव्यवस्था तबाह हो गई है। पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने पार्टी के प्लेनरी सत्र में आर्थिक प्रस्ताव पेश करते हुए एनडीए सरकार के आर्थिक प्रबंधन पर जबरदस्त हमला बोला। उन्होंने कहा कि एनडीए के चार साल के शासन में रोजगार छीने जाने और खेती की बदहाली की वजह से लाखों लोग फिर से गरीबी रेखा के नीचे चले गये हैं। चिदंबरम ने पार्टी के आर्थिक प्रस्ताव के जरिये किसानों, युवाओं, कारोबारियों के साथ उद्योग जगत को भरोसा दिया कि कांग्रेस पटरी से उतरी विकास की गाड़ी को वापस ट्रैक पर लाएगी।

loksabha election banner

आर्थिक प्रस्ताव पेश करते हुए भावुकता के साथ आक्रामकता का इजहार करते हुए चिदंबरम ने कहा कि कांग्रेस अर्थव्यवस्था को संकटों से उबार कर पहले भी ले आयी है और हम आगे भी यह करेंगे। अपने बेटे कार्ति चिदंबरम की आइएनएक्स मीडिया मामले में हुई गिरफ्तारी के प्रसंग की ओर इशारा करते हुए पूर्व वित्तमंत्री ने कहा बहुत से लोग यह समझ रहे थे कि वे इस आर्थिक प्रस्ताव को शायद ही पेश कर सकेंगे। मगर 45 साल के कांग्रेस के साथ रिश्तों और कार्यकर्ताओं की लौह शक्ति की बदौलत वे ऐसा करने में सक्षम हैं। उन्होंने सरकार पर बेहद तीखा हमला करते हुए कहा कि बीते चार साल में कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार के मोर्चे पर सरकार ने देश का जो बंटाधार किया है उसका जवाब प्रधानमंत्री को देना चाहिए।

नोटंबदी को बड़ा झूठ बताते हुए चिदंबरम ने कहा कि इससे कालेधन का अंत नहीं हुआ बल्कि रोजगार और कारोबार तबाह हो गए। नोटबंदी को लेकर पीएम पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पीएम की रैलियों में बड़े पैमाने पर खर्च होने वाला पैसा कालाधन ही है। जीएसटी के खराब कार्यान्वयन का दावा करते हुए चिदंबरम ने कहा कि इसकी उंची दरों ने कारोबारी और आम आदमी दोनों को नुकसान पहुंचाया है। उनका कहना था कि नोटबंदी और जीएसटी की खामियों जैसे दोनों कदमों ने ही बीते चार साल में लाखों लोगों को गरीबी रेखा के नीचे फिर से पहुंचा दिया है। जबकि यूपीए के दस साल में 14 करोड लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकालने का दुनिया का अनोखा काम कांग्रेस ने किया था।

पूर्व वित्तमंत्री ने पार्टी के आर्थिक नजरिये को पेश करते हुए कारोबारी जगत से लेकर युवा और किसान सबकी बेहतरी के लिए कदम उठाने की रूपरेखा बतायी। साथ ही कहा कि कारोबारियों पर आधी रात में छापे मारने और डराने जैसे टैक्स आतंक का दौर खत्म किया जाएगा। आर्थिक प्रस्ताव पर बहस के बाद इसे पारित कर दिया गया जिसमें कहा गया कि कांग्रेस विकास की सूरत बदलेगी। गरीबी रेखा के नीचे के लोगों को आर्थिक विकास के ढांचे में शामिल कर मजबूत मध्यम वर्ग का निर्माण किया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.