चिदंबरम ने राफेल सौदे के दस्तावेज प्रकाशित करने की मांग की
कांग्रेस नेता ने कहा है कि संविधान का अनुच्छेद 19 लोगों के बोलने और अभिव्यक्ति के अधिकार को सुनिश्चित करता है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने राफेल लड़ाकू विमान सौदे से संबंधित सभी दस्तावेज प्रकाशित करने की मांग की है। कांग्रेस नेता ने कहा है कि संविधान का अनुच्छेद 19 लोगों के बोलने और अभिव्यक्ति के अधिकार को सुनिश्चित करता है।
चिदंबरम ने यह भी कहा है कि 1971 में अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट का पेंटागन पेपर्स मामले में दिया गया फैसला अटार्नी जनरल की दलील का सटीक उत्तर है। अटार्नी जनरल ने कहा है कि मीडिया 'तथाकथित गोपनीय दस्तावेज' प्रकाशित नहीं कर सकता है।
एक ट्वीट में पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा है, 'हम दस्तावेजों के प्रकाशन का पूरी तरह समर्थन करते हैं। यह दलील कि ये 'चुराए गए दस्तावेज' हैं, अनुच्छेद 19 के आलोक में हवा हो जाते हैं।' संविधान का अनुच्छेद 19 अभिव्यक्ति और बोलने की स्वतंत्रता एवं अन्य अधिकारों का संरक्षण करता है।
30 जून 1971 को अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने रिचर्ड निक्सन प्रशासन के प्रयास को पलट दिया था। निक्सन प्रशासन न्यूयार्क टाइम्स और वाशिंगटन पोस्ट को वियतनाम युद्ध के अत्यंत गोपनीय इतिहास को प्रकाशित करने से रोकने में जुटा था। इसी गोपनीय इतिहास को पेंटागन पेपर्स नाम दिया गया है।