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छत्तीसगढ़ : मुख्यमंत्री बघेल ने आरएसएस की तुलना नक्सलियों से की, पूर्व सीएम रमन सिंह ने किया पलटवार

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधा है। उन्होंने संघ की तुलना नक्सलियों से की और कहा कि छत्तीसगढ़ में संघ के लोग बंधुआ मजदूर की तरह काम करते हैं। बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने पलटवार किया है।

By TaniskEdited By: Published: Wed, 13 Oct 2021 08:22 PM (IST)Updated: Wed, 13 Oct 2021 08:36 PM (IST)
छत्तीसगढ़ : मुख्यमंत्री बघेल ने आरएसएस की तुलना नक्सलियों से की, पूर्व सीएम रमन सिंह ने किया पलटवार
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल । (फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधा है। उन्होंने संघ की तुलना नक्सलियों से की और कहा कि छत्तीसगढ़ में संघ के लोग बंधुआ मजदूर की तरह काम करते हैं। भाजपा की 15 साल की सरकार में आरएसएस के लोगों का कोई काम नहीं हुआ। अब भी इनकी नहीं चलती है, सब नागपुर से संचालित होते हैं। बघेल के बयान पर सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि संघ राष्ट्रभक्ति और देश प्रेम सिखाता है।

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रायपुर में मीडिया से चर्चा में बघेल ने कहा कि नक्सलियों के नेता तो आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में हैं। स्थानीय लोग तो गोली चलाने और गोली खाने का काम करते हैं। इसी प्रकार आरएसएस की अपनी कोई क्षमता नहीं है। यहां संघ की कोई औकात नहीं है। जो कुछ है, वह नागपुर से होता है। 

पूर्व सीएम रमन सिंह ने दिखाया आईना

पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने सीएम बघेल के बयान को ओछी मानसिकता बताया। उन्होंने कहा कि बघेल को शायद यह नहीं मालूम कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने संघ को 1963 के गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल होने का न्योता दिया था। देश में मतांतरण रोकने और शिक्षा के प्रसार के लिए संघ काम कर रहा है। राष्ट्रभक्त बनना संघ की शाखाओं में सिखाया जाता है। आज भूपेश बघेल की मानसिकता समझ में आ रही है। भगवा झंडे को पैरों से कुचला जा रहा है, जिसे वह छोटी घटना बता रहे हैं।

केंद्र को स्वीकार करना चाहिए कि कोयले की कमी है : बघेल

बघेल ने केंद्र के इस दावे पर भी निशाना साधा कि देश में कोयले की कोई कमी नहीं है और कहा कि वह इस मुद्दे को संभालने में विफल रहा है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने कहा था कि देश में कोयले और बिजली उत्पादन का कोई संकट नहीं है, लेकिन देश में दर्जनों बिजली संयंत्र बंद हैं। अगर देश में कोयले की कमी नहीं है तो कोयला मंत्री छत्तीसगढ़ क्यों पहुंचे हैं? केंद्र को स्वीकार करना चाहिए कि कोयले की कमी है।


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