छत्तीसगढ़ के सीएम ने पूछा, अंग्रेजों से माफी मांगने वाले सावरकर के नाम के आगे वीर किसने लगाया?
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर क्रांतिकारी विनायक दामोदर सावरकर के बहाने भाजपा पर हमला बोला है।
रायपुर, जेएनएन। भाजपा और कांग्रेस के बीच छत्तीसगढ़ में आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रही है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर क्रांतिकारी विनायक दामोदर सावरकर के बहाने भाजपा पर हमला बोला है। भूपेश ने कहा कि देश की राजनीति में एक वर्ग है, जो महापुरुषों का कद नापता है। इन्हीं महापुरुषों को बड़ा और छोटा बताकर उनके नाम पर राजनीति की जा रही है। यह राजनेता सुभाष चंद्र बोस, सरदार वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू का कद नापते हैं और लोगों को इनके नाम पर एक-दूसरे से लड़ा रहे हैं। वे लोग भी कद छोटा-बड़ा भी कर रहे हैं, जिन्हें आजादी से कोई लेना देना नहीं है।
सरदार वल्लभ भाई पटेल को सरदार की उपाधि महात्मा गांधी व नेहरू ने दी। गांधी को महात्मा की उपाधि रवींद्रनाथ टैगोर ने दी थी। कुछ लोग सावरकर को वीर कहते हैं। मैं उन लोगों से सवाल करता हूं कि सावरकर को वीर की उपाधि किसने दी, यह वीर कैसे हो गए? काला पानी की सजा सैकड़ों लोगों को हुई थी। सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, सावरकर को अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई में सजा हुई थी, सुभाष और भगत ने माफी नहीं मांगी, लेकिन सावरकर ने माफी मांगी तो वो वीर कैसे हो गए? उल्लेखनीय है कि इससे पहले भूपेश सावरकर को महात्मा गांधी की हत्या का साजिशकर्ता और गोडसे का गुरु बता चुके हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि और पूर्व उपप्रधानमंत्री सरदार पटेल की जयंती के मौके पर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में गुरुवार को आयोजित कार्यक्रम में भूपेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सरदार पटेल प्रेम पर भी निशाना साधा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी अगर सरदार पटेल को मानते हैं, तो उन्हें आरएसएस पर फिर से प्रतिबंध लगा देना चाहिए। ठीक उसी तरह से जैसे सरदार पटेल ने लगा दिया था। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भूपेश ने कई मसलों पर भाजपा, संघ और मोदी की नीतियों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल का आजादी की लड़ाई और राष्ट्र निर्माण में जो योगदान है, उसे भुलाया नहीं जा सकता। सरदार पटेल ने किसानों के लिए आंदोलन किया। हजारों किसानों ने अंग्रेजों को टैक्स देने से मना किया। किसानों ने अपनी जमीन खो दी, किसानों को आजादी के बाद कांग्रेस की सरकार ने वापस जमीनें दिलाईं।
370 हटाने का श्रेय किसे मोदी या शाह को?
जब देश आजाद हुआ, तब सरदार वल्लभ पटेल को गांधी और नेहरू ने जिम्मेदारी दी थी। आज एक सवाल कि धारा 370 नरेंद्र मोदी ने हटाया या अमित शाह ने इसका श्रेय किसे देना चाहिए? चाहे काम कोई भी करे श्रेय मुखिया को जाता है, लेकिन नेहरू ने पूरा श्रेय सरदार वल्लभभाई पटेल को दिया।
केंद्र नहीं दे रहा धान खरीद की अनुमति
किसानों के लिए सरदार पटेल और इंदिरा गांधी ने काम किया। छत्तीसगढ़ के सामने वही स्थिति हम देना चाहते है। 2500 रुपये क्विंटल में धान खरीद करना चाहते हैं, लेकिन भारत सरकार ने अनुमति नहीं दी है। छत्तीसगढ़ ऐसा पहला प्रदेश जिसमें मंदी की कोई मार नहीं है। आगे भी यही कोशिश रहेगी। मनमोहन सिंह की सरकार थी, तो किसानों को बोनस मिलता था, मोदी सरकार में नहीं मिल रहा। सभी किसान मिलकर प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखें।