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केंद्र सरकार ने संसद में कहा, चुनावी कर्जमाफी किसानों के साथ छलावा

2022 तक किसानों की आय को दोगुनी करने वादे को फिर दोहराया।

By Nitin AroraEdited By: Published: Sat, 07 Dec 2019 08:28 AM (IST)Updated: Sat, 07 Dec 2019 08:28 AM (IST)
केंद्र सरकार ने संसद में कहा, चुनावी कर्जमाफी किसानों के साथ छलावा
केंद्र सरकार ने संसद में कहा, चुनावी कर्जमाफी किसानों के साथ छलावा

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। मध्य प्रदेश, राजस्थान और पंजाब में चुनावों के दौरान किसानों से किए गए कर्जमाफी के वायदे को केंद्र सरकार ने छलावा बताया है। साथ ही इसके लिए राज्य सरकारों को ही जिम्मेदार बताया है। जो वायदा करने के बाद अब उसे पूरा नहीं कर रही है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेद्र सिंह तोमर ने कहा कि आम तौर पर यह माना जाता है, कि कर्जमाफी से किसान खुश हो जाएंगे, लेकिन इतिहास को देखे, तो इससे किसान कभी खुशहाल नहीं हुआ। मनमोहन सिंह के कार्यकाल के समय भी कर्जमाफी की गई थी, उसके बाद भी लगातार कर्जमाफी की बात की जा रही है।

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केंद्रीय कृषि मंत्री तोमर ने शुक्रवार को यह जवाब राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान दिया। भाजपा सांसद प्रभात झा ने सरकार से पूछा था कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और पंजाब में चुनाव से पहले किसानों के कर्ज को माफ करने की घोषणा की गई थी, अब तक तीनों राज्यों में कितना कर्ज माफ किया गया है। इसका जवाब पहले केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने दिया। जिसमें उन्होंने कर्जमाफी को छलावा बताया।

साथ ही इसके आंकड़े भी दिए। हालांकि बाद में केंद्रीय मंत्री तोमर ने भी सदन को इससे जुड़ी जानकारी दी और कहा कि हमारी सरकार कर्जमाफी के बजाय किसानों की आय को दोगुना बनाने की दिशा में काम कर रही है। 2022 तक किसानों को आय दोगुना हो जाएगी। फिलहाल इस दिशा पीएम-किसान योजना शुरु की गई है, जिसके तहत किसानों को सालाना छह हजार रुपए की मदद दी जा रही है। साथ ही न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को डेढ़ गुना बढ़ाया गया है।

केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री ने इस दौरान यह भी साफ किया, कि कर्जमाफी की जरूरत अमूमन तब होती है, जब कोई आपदा आती है, लेकिन आपदा आने पर राज्य सरकारें कर्जमाफी नहीं करती है। वह सिर्फ चुनाव के दौरान ही कर्जमाफी करती है। अब तक दस बार ऐसा हुआ है।

पश्चिम बंगाल को छोड़कर सभी राज्य ले रहे है पीएम किसान का लाभ

केंद्रीय मंत्री तोमर ने पीएम-किसान योजना का जिक्र करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल को छोड़कर सभी राज्यों में इसका ठीक ढंग से क्रियान्वयन हो रहा है। मध्य प्रदेश, राजस्थान और पंजाब भी इससे जुड़ गए है। इसके तहत अभी साढ़े सात करोड़ किसानों को यह राशि दी जा रही है। इसके साथ ही पांच करोड़ किसान ऐसे है, जिन्हें आधार से भी लिंक कर दिया गया है। इस महीने से ही उन्हें यह राशि प्रदान की जाएगी।

किस राज्य में कितना हुआ कर्जमाफ

मध्य प्रदेश- माफ की जाने वाली कुल राशि-करीब 36500 करोड। कर्ज माफ हुआ सिर्फ 7154 करोड़। 20 लाख किसानों को मिला फायदा। जबकि प्रदेश है कुल 80 लाख किसान।

पंजाब: माफ की जाने वाली कुल राशि- दस हजार करोड। माफ हुआ सिर्फ 4501 करोड। साढे पांच लाख किसानों को फायदा। कुल किसान है 34 लाख।

राजस्थान: माफ की जाने वाली कुल राशि- 18 हजार करोड। माफ हुआ सिर्फ साढे सात हजार करोड़। करीब 20 लाख किसानों को फायदा। कुल किसान है 79 लाख।


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