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कैप्टन अमरिंदर सिंह की नई पार्टी से होगा उनके राजनीतिक करियर का दुखद अंत: कांग्रेस नेता

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले एक नई पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस की घोषणा की। सिंह ने सितंबर में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और घोषणा की थी कि वह कांग्रेस भी छोड़ देंगे।

By Nitin AroraEdited By: Published: Wed, 03 Nov 2021 08:52 AM (IST)Updated: Fri, 05 Nov 2021 12:37 PM (IST)
कैप्टन अमरिंदर सिंह की नई पार्टी से होगा उनके राजनीतिक करियर का दुखद अंत: कांग्रेस नेता
कैप्टन अमरिंदर सिंह की नई पार्टी से होगा उनके राजनीतिक करियर का दुखद अंत: कांग्रेस नेता

नई दिल्ली, एएनआइ। कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा एक नई पार्टी के एलान के बाद, कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने मंगलवार को कहा कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री की नई पार्टी उनके राजनीतिक करियर का दुखद अंत होगी। एएनआइ से बात करते हुए, दीक्षित ने कहा, 'इसका (कप्तान अमरिंदर सिंह की नई पार्टी के साथ शुरुआत) कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। मैंने अभी पंजाब का दौरा किया है। कांग्रेस पार्टी के साथ उनका अच्छा करियर था। मुझे नहीं पता कि उन्होंने ऐसा क्यों किया। यह उनके राजनीतिक करियर का दुखद अंत होगा।'

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इससे पहले मंगलवार को पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले एक नई पार्टी 'पंजाब लोक कांग्रेस' की घोषणा की। सिंह ने सितंबर में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और घोषणा की थी कि वह कांग्रेस के राज्य प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के साथ  अनबन के कारण कांग्रेस छोड़ देंगे।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की गिरफ्तारी के बारे में पूछे जाने पर, दीक्षित ने कहा, 'ईडी कभी भी किसी मामले को साबित नहीं कर सका। यह भाजपा की एक शाखा के रूप में काम कर रहा है। भाजपा सिर्फ विपक्ष को कमजोर करने की कोशिश करना चाहती है।'

उपचुनावों के नतीजों पर कांग्रेस नेता ने कहा, 'भाजपा का वोट शेयर कम हो गया है। भाजपा अब संघर्ष मोड में है। भाजपा महंगाई, रोजगार और विकास जैसे सभी मोर्चों पर विफल रही है। स्वाभाविक रूप से, इससे विपक्ष को फायदा होगा। यह सिलसिला जारी रहेगा और निश्चित तौर पर इसका असर 2024 के चुनावों पर पड़ेगा।'

उन्होंने आगे कहा कि हिमाचल प्रदेश उपचुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन से पहाड़ी राज्यों में पार्टी को पुनर्जीवित करने में मदद मिलेगी। बता दें कि हिमाचल प्रदेश में, भाजपा को एक बड़ा झटका लगा है, क्योंकि कांग्रेस पार्टी ने 30 अक्टूबर को हुए उपचुनाव में तीनों विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की। कांग्रेस ने मंडी संसदीय क्षेत्र भी जीता। इसी तरह, कांग्रेस ने राजस्थान उपचुनाव में धारियावाड़ और वल्लभनगर दोनों विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की। कर्नाटक में, भाजपा ने सिंदगी विधानसभा उपचुनाव जीता, जबकि पार्टी कांग्रेस से हंगल सीट हार गई।


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