7 अप्रैल को PM मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट मीटिंग, लॉकडाउन के बाद मंत्रिपरिषद की पहली बैठक
देश के इतिहास में संभवत यह पहली बार है जब मंत्रिपरिषद की बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए होगी।
नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना वायरस के प्रसार के मद्देनजर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यमॉ से होगी। देश के इतिहास में संभवत: यह पहली बार है जब मंत्रिपरिषद की बैठक वीडियो कांफ्रेंस से होगी। इसके अलावा लॉकडाउन अमल में आने के बाद मंत्रिपरिषद की यह पहली बैठक होगी। इसके बाद मंगलवार को कैबिनेट की बैठक होगी और उसकी अध्यक्षता भी प्रधानमंत्री मोदी करेंगे।
वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये विपक्ष से बातचीत करेंगे PM मोदी
कोरोना से निपटने के लिए लॉकडाउन और प्रधानमंत्री के संबोधनों की आलोचना कर रहे विपक्षी दलों से भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चर्चा करेंगे। आठ अप्रैल को वह वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये उन सभी दलों के नेताओं से बात करेंगे जिनकी संसद में कम से कम संख्या पांच है। जाहिर है कि विपक्षी नेताओं से चर्चा के जरिये राजनीतिक एकजुटता दर्शाने की कोशिश होगी। लॉकडाउन लागू होने के बाद विपक्षी नेताओं से प्रधानमंत्री का यह पहला संवाद होगा।
यूं तो सभी राज्य केंद्र के साथ ताल से ताल मिलाकर कोरोना से जंग कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस समेत कुछ दल लॉकडाउन की आलोचना भी कर रहे हैं। शुक्रवार को प्रधानमंत्री ने देश की एकजुटता के लिए गरीबों के नाम हर किसी से एक दिया जलाने का आह्वान किया तो विपक्षी दलों की ओर से घोर विरोध हुआ। कुछ ने इसका उपहास भी उड़ाया। ऐसे में आठ अप्रैल की सुबह 11 बजे होने वाली चर्चा का खास महत्व है। दरअसल, यह वह अवसर होगा जब प्रधानमंत्री और विपक्षी नेता आमने-सामने होंगे।
प्रधानमंत्री सभी राज्यों के साथ समन्वय के लिए मुख्यमंत्रियों से चर्चा कर चुके हैं। पिछले तीन-चार दिनों में कोरोना संक्रमितों की संख्या जरूर तेजी से बढ़ी है, लेकिन भारत अभी भी दूसरे कई देशों से बेहतर स्थिति में दिख रहा है और इसका एक बड़ा कारण लॉकडाउन को माना जा रहा है। यह भी ध्यान देने योग्य है कि यह चर्चा लॉकडाउन की अंतिम तिथि 14 अप्रैल से एक सप्ताह पहले होगी और तब तक कई स्थितियां साफ हो सकती हैं। वहीं, विपक्षी नेताओं की ओर से लॉकडाउन अवधि बढ़ाने आदि पर सवाल पूछे जा सकते हैं।