Move to Jagran APP

देश में ही होगा 'बैटरी स्टोरेज' का उत्पादन, दौड़ेंगे इलेक्ट्रिक वाहन और नहीं होगी ईंधन की जरूरत: जावड़ेकर

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Union Minister Prakash Javdekar) ने कैबिनेट मीटिंग में की गई अहम मुद्दों पर चर्चा व इस दौरान लिए गए अहम फैसलों के बारे में जानकारी दी। आज की मीटिंग में बैटरी स्टोरेज को लिए गए अहम फैसले के बारे में बताया।

By Monika MinalEdited By: Published: Wed, 12 May 2021 02:21 PM (IST)Updated: Wed, 12 May 2021 05:10 PM (IST)
देश में ही होगा  'बैटरी स्टोरेज' का उत्पादन,  दौड़ेंगे इलेक्ट्रिक वाहन और नहीं होगी ईंधन की जरूरत: जावड़ेकर
कैबिनेट मीटिंग में लिए गए अहम फैसलों के बारे में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दी जानकारी

 नई दिल्ली, एजेंसी। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Union Minister Prakash Javdekar) बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट मीटिंग में लिए गए अहम फैसले के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया, स्टोरेज उत्पादन को बढ़ावा देने वाले 18,100 करोड़ रुपये के प्रोडक्शन लिंक इंसेंटिव को आज कैबिनेट ने मंजूरी दी है। इससे 50,000 मेगावाट का उत्पादन भारत में बढ़ने का अनुमान है।' केंद्रीय मंत्री ने बताया, 'आज प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में बैठक हुई और अब तक बाहर से आयात किए जाने वाले बैटरी स्टोरेज का उत्पादन देश में ही किए जाने के संबंध में फैसला लिया गया।  उन्होंने बताया, 'आज बैटरी स्टोरेज को लेकर लिया गया फैसला 'आत्मनिर्भर भारत' का एक परिदृश्य होने के साथ 'मेक इन इंडिया का भी आविष्कार है।' केंद्रीय मंत्री ने इसे देश के लिए 'Win Win Formula' बताया।

loksabha election banner

बैटरी स्टोरेज के देश में निर्माण से होंगे ये फायदे

केंद्रीय मंत्री ने बैटरी स्टोरेज का निर्माण देश में होने से मिलने वाले फायदों का भी जिक्र किया।  जावड़ेकर ने कहा, 'बैटरी स्टोरेज बढ़े इसके लिए हम 20 हजार का बैटरी स्टोरेज बाहर से आयात कराते हैं लेकिन अब PLI (Production linked Incentives) के तहत इसका उत्पादन देश में किया जाएगा। ' केंद्रीय मंत्री ने आगे बताया, 'इससे आगे चलकर बड़े पैमाने पर ईंधन के आयात को भी कम किया जा सकेगा। 45 हजार करोड़ का देश में निवेश आएगा। इस योजना से इलेक्ट्रिकल व्हिकल योजना को भी लाभ मिलेगा। जब हम बैटरी स्टोरेज का इस्तेमाल करेंगे तो कोयला बचेगा।'  उन्होंने बताया  कि भारत 20 हजार करोड़ रुपये बैटरी के आयात पर खर्च करता है। लेकिन देश में ही इसका उत्पादन होने से इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहन मिलेगा। केंद्रीय मंत्री ने बताया , 'इन बैटरी स्टोरेज का उत्पादन करने वाली कंपनियों को 18 हजार करोड़ रुपये का इनसेंटिव मिलेगा। यह रकम 5 साल में PLI स्कीम के तहत कंपनियों को दी जाएगी।' 

इलेक्ट्रिक वाहनों में होता है इस्तेमाल

एडवांस केमिस्ट्री सेल  से एनर्जी  को केमिकल फॉर्म में स्टोर किया जाता है। इसका इस्तेमाल इलेक्ट्रिक कारों में किया जाता है। अभी, भारत इसका बड़े पैमाने पर इंपोर्ट करता है। सरकार चाहती है कि इसके आयात को कम किया जाए और घरेलू स्तर पर इसका उत्पादन बढ़ाया जा सके।  बता दें कि देश में ही उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए PLI स्कीम की शुरुआत की गई है। इसके जरिए कंपनियों को देश में  अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने और आयात करने पर विशेष छूट के अतिरिक्त आर्थिक मदद  भी दी जाती है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.