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    मिला-जुला रहा उपचुनाव का नतीजा, 6 सीटों में से भाजपा को 2 पर मिली जीत; कहां से कौन जीता?

    Updated: Fri, 14 Nov 2025 11:30 PM (IST)

    हाल ही में हुए उपचुनावों में मिश्रित परिणाम देखने को मिले। छह विधानसभा सीटों में से भाजपा ने दो पर जीत हासिल की। जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस को नुकसान हुआ, जबकि राजस्थान में कांग्रेस ने भाजपा को हराया। पंजाब, झारखंड और ओडिशा में सत्ताधारी दलों के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की। इन नतीजों का विभिन्न राज्यों की राजनीतिक स्थिति पर असर पड़ेगा।

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    छह विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनावों के परिणाम भी आए (फोटो: जागरण)

    जागरण टीम, नई दिल्ली। बिहार में विधानसभा चुनाव के नतीजों के साथ ही शुक्रवार को पांच राज्यों में छह विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनावों के परिणाम भी आए। इसमें जम्मू-कश्मीर और राजस्थान में तीन विधानसभा सीटों के नतीजों ने सत्ताधारी दलों की परेशानी को बढ़ा दिया।

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    वहीं पंजाब, झारखंड और ओडिशा में भी विधानसभा की एक-एक सीट के लिए हुए उपचुनाव के नतीजे आए। इनमें सत्ताधारी दल के प्रत्याशी ने ही जीत हासिल की है।

    जम्मू-कश्मीर में नेकां को झटका

    सत्ताधारी नेशनल कान्फ्रेंस (नेकां) को उपचुनाव में बड़गाम सीट पर अंतर्कलह ले डूबी। शुक्रवार को घोषित हुए परिणाम में नेकां को बड़गाम और जम्मू के नगरोटा निर्वाचन क्षेत्र से हार का मुंह देखना पड़ा। बड़गाम में पीडीपी प्रत्याशी आगा सैयद मुंतजिर मेहदी 4,478 वोट से और नगरोटा से केंद्रीय राज्य मंत्री डा. जितेंद्र सिंह की भतीजी देवयानी राणा 24,647 वोट से विजयी रही।

    इस जीत के साथ देव्यानी ने अपने पिता पूर्व विधायक दिवंगत देविंदर सिंह राणा की विरासत को आगे बढ़ाया। गत वर्ष राणा के निधन के बाद नगरोटा सीट रिक्त हो गई थी। वहीं बड़गाम में नेकां के ही सांसद आगा सैयद रुहुल्ला की नाराजगी मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर भारी पड़ गई। बडगाम सीट जीतने की स्थिति में पीडीपी के विधायकों की संख्या अब बढ़कर चार हो जाएगी।

    राजस्थान में नहीं काम आया दिग्गजों का प्रचार

    राजस्थान में बारां जिले की अंता विधानसभा सीट पर हुए उप चुनाव में कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया ने भाजपा प्रत्याशी मोरपाल सुमन को 15 हजार 594 वोटों से हरा दिया। उधर चुनाव परिणाम जारी होने के बाद कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मीडिया से कहा, पर्ची सरकार की पर्ची फेल हो गई। बता दें कि इस सीट पर प्रचार के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दो बार रोड शो किया था।

    पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और उनके बेटे विधायक दुष्यंत ¨सह भी प्रचार का जिम्मा संभाले हुए थे। उल्लेखनीय है कि भाजपा विधायक कंवरलाल मीणा के एक आपराधिक मामले में जेल जाने के कारण अंता सीट पर उप चुनाव हुआ है।

    पंजाब, झारखंड और ओडिशा में सत्ताधारी पार्टी के प्रत्याशी जीते

    पंजाब में तरनतारन विधानसभा उपचुनाव में आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी हरमीत सिंह संधू 12,091 मतों से विजेता रहे। कुल 16 राउंड की मतगणना में आप को 42,649 वोट मिले, जबकि शिअद प्रत्याशी सुखविंदर कौर रंधावा 30,588 मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। इस उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी करनबीर सिंह बुर्ज व भाजपा के हरजीत सिंह संधू अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए।

    वहीं झारखंड के घाटशिला विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में सत्ताधारी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा के सोमेश चंद्र सोरेन ने जीत हासिल की। उन्होंने यहां भाजपा के बाबूलाल सोरेन जो कि पूर्व मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन के बेटे हैं, को 38,601 मतों के अंतर से पराजित किया। यह सीट सोमेश चंद्र सोरेन के पिता पूर्व मंत्री रामदास सोरेन के निधन से ही खाली हुई थी।

    उधर, ओडिशा के नुआपाड़ा में 10 साल बाद एक बार फिर कमल खिला है। यहां भाजपा के जय ढोलकिया ने 83,748 वोटों के अंतर से बड़ी जीत दर्ज की। यह सीट बीजद के विधायक राजेंद्र ढोलकिया के निधन से खाली हुई थी। इस बार जीत हासिल करने वाले भाजपा के जय ढोलकिया उन्हीं के पुत्र हैं।