Move to Jagran APP

मप्रः कमलनाथ सरकार को BSP विधायक का अल्टीमेटम, कहा- मंत्री नहीं बनाया तो...

रामबाई ने कहा है कि वह अभी कांग्रेस सरकार को समर्थन दे रही हैं, लेकिन फरवरी तक ही इंतजार करेंगी। इसके बाद वह विचार करेंगी कि कमलनाथ सरकार को समर्थन दें या न दें।

By Arti YadavEdited By: Published: Wed, 23 Jan 2019 08:16 AM (IST)Updated: Wed, 23 Jan 2019 09:36 AM (IST)
मप्रः कमलनाथ सरकार को BSP विधायक का अल्टीमेटम, कहा- मंत्री नहीं बनाया तो...
मप्रः कमलनाथ सरकार को BSP विधायक का अल्टीमेटम, कहा- मंत्री नहीं बनाया तो...

दमोह, नईदुनिया। मध्य प्रदेश के दमोह जिले की पथरिया विधानसभा सीट से बसपा विधायक रामबाई ने कहा है कि वह अभी कांग्रेस सरकार को समर्थन दे रही हैं, लेकिन फरवरी तक ही इंतजार करेंगी। इसके बाद वह विचार करेंगी कि कमलनाथ सरकार को समर्थन दें या न दें।

loksabha election banner

दैनिक जागरण के सहयोगी प्रकाशन नईदुनिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 24 जनवरी तक मंत्री बनाने की बात कही थी। अभी तक तो नहीं बनाया, अब देखते हैं आगे क्या होगा। अभी मजबूरी में धैर्य तो रखना ही पड़ेगा। जहां तक मंत्री बनाने की बात है, तो वह मंत्री बनाएंगे। हमारी वजह से ही कांग्रेस की सरकार बनी है। जनता ने सत्ता परिवर्तन किया है, हम जनता का सम्मान करते हैं। हम कमलनाथजी पर विश्वास करते हैं। उन्हें पहले ही हम लोगों को मंत्री बना देना था। हालांकि, कल क्या हो सकता है, कुछ नहीं कहा जा सकता, इसलिए अभी कुछ कहना ठीक नहीं है।

किसान के रुपये कराए वापस, बाबू से कान पकड़वाए
बसपा विधायक रामबाई का मंगलवार को एक और वीडियो वायरल हुआ है। विधायक ने इस बार बटियागढ़ तहसील के बाबू निरपत से किसान से रिश्वत के तौर पर लिए गए 3000 रुपये वापस कराए। रामबाई ने बाबू से कान पकड़ाए और दोबारा ऐसा न करने की हिदायत भी दी। इस दौरान बड़ी संख्या में किसान और कर्मचारी भी मौजूद रहे। वीडियो में रामबाई कहती दिख रही हैं कि किसी गरीब के साथ ऐसा नहीं करना चाहिए। हम बार-बार कह चुके हैं। फिर भी आप लोग नहीं मान रहे हैं। दरअसल, रामबाई से किसानों ने बटियागढ़ तहसील के बाबू की शिकायत की थी कि किसानों से रुपये लिए जाते हैं।

रामबाई ने मंत्री के बंगले पर लगाया अपना ताला
रामबाई ने खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल को भोपाल में आवंटित बंगले पर अपना ताला लगा दिया। मामले का पता चलने के बाद लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों ने मंगलवार देर रात ताला तोड़ दिया। ताला तोड़ने की खबर लगने के बाद विधायक ने नाराजगी जताई और सरकार के खिलाफ धरना देने की धमकी दी। पहले पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल को यह बंगला दिया गया था, लेकिन बाद में प्रदीप जायसवाल और कमलेश्वर पटेल ने आपस में अपना बंगला बदल लिया। लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता अखिलेश अग्रवाल ने मामले में अनभिज्ञता जाहिर की है।

बसपा विधायक ने कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान स्पीकर एनपी प्रजापति के सामने पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने मुझसे बंगले पर ताला लगाने के लिए कहा था। जब कमलेश्वर पटेल ने उस बंगले को लेने से मना किया तो मैंने इस बंगले को लेने की इच्छा जाहिर की। मुख्यमंत्री कमलनाथ से भी इस बारे में चर्चा हुई थी। मुझे समझ में नहीं आता कि कांग्रेस वाले सामने कुछ और बात कर रहे हैं और पीठ पीछे ताला तोड़ा जा रहा है। इनकी अभी ही यह हालत है, तो आगे क्या होगा। वे बोलीं कि मुझे बंगले की कोई जरूरत नहीं है। मंत्री के कहने पर ही अपने कार्यकर्ता से बंगले में ताला लगवाया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.