ढ़ाई दिन मुख्यमंत्री रहे येद्दयुरप्पा, इन लोगों की भी 'कुछ दिनों' में छिन गई कुर्सी
येद्दयुरप्पा भी उन मुख्यमंत्रियों की लिस्ट में एक बार फिर शामिल हो गए, जिनकी सरकार सालों या महीनों तो दूर कुछ दिनों में गिर गई।
नई दिल्ली (जेएनएन)। कर्नाटक में सरकार बनाने का कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन का मंसूबा पूरा होता दिख रहा है। बीएस येद्दयुरप्पा ने विश्वास मत का सामना किए बिना ही इस्तीफे का ऐलान कर दिया। हालांकि इस्तीफे से पहले उन्होंने भावुक भाषण दिया और कहा कि अब वो जनता के बीच जाएंगे। इसके साथ ही येद्दयुरप्पा भी उन मुख्यमंत्रियों की लिस्ट में एक बार फिर शामिल हो गए, जिनकी सरकार सालों या महीनों तो दूर कुछ दिन में ही गिर गई।
येद्दयुरप्पा के साथ आंकड़ों का अजब संयोग
आपको जानकर हैरानी होगी कि पहली बार भी येद्दयुरप्पा 7 दिन तक ही मुख्यमंत्री रह पाए थे। तब येद्दयुरप्पा 12 से 19 नवंबर 2007 तक कुर्सी संभाली थी। इस 12 और 19 से एक और रोचक बात सामने आती है कि इस बार 12 तारीख को वोटिंग हुई और 19 को येद्दयुरप्पा ने इस्तीफा दे दिया। लगता है एक बार फिर येद्दयुरप्पा के लिए 12 और 19 के बीच की तारीख भारी पड़ी। जबकि इस बार तो येद्दयुरप्पा मात्र ढाई दिन ही मुख्यमंत्री रह पाए।
कुछ ही दिन में कुर्सी गंवाने वाले सीएम
सबसे कम कार्यकाल या कुछ दिनों में ही कुर्सी छिन जाने की बात करें तो येद्दयुरप्पा के अलावा कई मुख्यमंत्री ऐसे रहे। इन लोगों के पास कुर्सी बस कुछ दिन तक ही रही। जैसे यूपी के मुख्यमंत्री रहे जगदंबिका पाल को भी येद्दयुरप्पा की तरह दो दिन (21-23 फरवरी,1998) ही सीएम की कुर्सी पर बैठने का मौका मिला।
वहीं, बिहार में सतीश प्रसाद सिंह को 4 दिन (28 जनवरी-1 फरवरी 1968) के लिए सीएम की कुर्सी मिली। वो भी अंतरिम सीएम के तौर पर। बिहार के सीएम नीतिश कुमार का नाम भी कम दिन सीएम रहने वालों में शामिल है।पहली बार में नीतिश कुमार 7 दिन (3-10 मार्च) तक ही सीएम रह पाए। बिहार के ही बिंदेश्वरी प्रसाद मंडल भी 30 दिन (1 फरवरी से 2 मार्च, 1968) तक सीएम रह पाए।
हरियाणा में ओमप्रकाश चौटाला जब दूसरी बार जीतकर सीएम की कुर्सी तक पहुंचे तो 5 दिन (12-17 जुलाई, 1990) ही बैठ पाए। इसके बाद जब तीसरी बार चौटाला को सीएम बनने का मौका मिला तो मात्र 16 दिन (21 मार्च-6 अप्रैल,1991) ही सीएम रहे।