कुमारस्वामी का शपथग्रहण आज, भाजपा मनाएगी जनादेश विरोधी दिवस
एचडी कुमारस्वामी के शपथग्रहण समारोह के दिन को भाजपा जनादेश विरोधी दिवस के रूप में मनाएगी।
बंगलुरू (एएनआइ)। कर्नाटक में अाज कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार का शपथग्रहण होगा। वहीं, भारतीय जनता पार्टी इस दिन को जनादेश विरोधी दिवस के रूप में मनाएगी। भाजपा की ओर से कहा गया कि कांग्रेस और जेडीएस ने चुनावों के बाद गठबंधन कर 'जनादेश को हथिया लिया है'। भाजपा ने इस गठबंधन को अपवित्र करार दिया है। भाजपा की ओर प्रदेशभर में प्रदर्शन किए जाएंगे। प्रदर्शन का नेतृत्व कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बीएस येद्दयुरप्पा करेंगे।
प्रदेशभर में प्रदर्शन करेंगे भाजपाई
भाजपा की ओर जारी बयान में कहा गया है कि प्रदेशभर में पार्टी कार्यकर्ता काले झंडों के साथ प्रदर्शन करेंगे। बंगलुरु में प्रदर्शन के नेतृत्व बीएस येद्दयुरप्पा करेंगे। यह प्रदर्शन होटल मौर्य के सामने स्थित महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने सुबह सवा 11 बजे होगा। येद्दयुरप्पा के अलावा स्टेट यूनिट जनरल सेक्रेटरी कुम शोभा करंदलजे, अरविंद लिंबावली, आर अशोक, एन रवी कुमार, एमपी पीसी मोहन, जिला अध्यक्ष सदाशिव, सहित कई पार्टी के सैंकड़ों कार्यकर्ता इस दौरान मौजूद रहेंगे।
कुमारस्वामी का शपथग्रहण भी बंगलुरू में
गौरतलब है कि एचडी कुमारस्वामी का शपथ ग्रहण भी कई नेताओं की मौजूदगी में बंगलुरू में होगा। इस शपथग्रहण समारोह में यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, बसपा अध्यक्ष मायावती, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू मौजूद रहेंगे। इसके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराइ विजय, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश आरडेजी नेता तेजस्वी यादव और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव भी शपथग्रहण समारोह में होंगे।
कुछ ऐसे चली कर्नाटक में 'सियासी महाभारत'
गौरतलब है कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कोई भी पार्टी स्पष्ट बहुमत हासिल नहीं कर पाई है। हालांकि भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है। लेकिन सरकार बनाने में कामयाब नहीं हो सकी। वहीं, कांग्रेस ने चुनाव परिणाम वाले दिन सत्ता मिलती न देख जेडीएस को समर्थन दे दिया। इस गठबंधन के मुख्यमंत्री के रूप में एचडी कुमार मंगलवार को शपथ लेंगे। इससे पहले कर्नाटक में लंबा चौड़ा सियासी नाटक हुआ। जिसमें बीएस येद्दयुरप्पा को दो दिन के लिए मुख्यमंत्री बनना और फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा में भावुक भाषण देकर इस्तीफा देना शामिल है।